आगरा। पीत वस्त्र, पीत पुष्प, पीत अलंकारों से सुशोभित होकर वसंत पंचमी पर खाटू नरेश ने अपने भक्तों को दर्शन दिए। रविवार को बसंत पंचमी के अवसर पर जीवनी मंडी स्थित श्रीखाटू श्याम जी मंदिर की छटा पीत रंग से सजी हुयी थी।
मंदिर परिसर को पूर्ण रूप से वासंती रंग में इस तरह सजाया गया कि मानों भक्त गौलोक में आकर प्रभु दर्शन कर रहे हों। सुगंधित इत्र और पुष्पों के मध्य प्रसादी भी पीले मिष्ठान और चावल की वितरित की गयी। सुबह आरती से पूर्व श्याम बाबा का अंतर्वस्त्र बदला गया, जिसे दिन में भक्तों में वितरित किया गया।
श्रीखाटू श्याम जी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल ने बताया कि वर्ष में एक बार सिर्फ वसंत पंचमी पर ही श्याम बाबा का अंतर्वस्त्र बदला जाता है। मान्यता है कि ये वस्त्र कष्टहरण वस्त्र होता है। अपने पास रखने से भक्तों के कष्ट दूर होते हैं।
सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि मां सरस्वती का प्राकट्य इस पावन दिन हुआ था। संसार रंगहीन और संस्कारविहीन होता यदि मां सरस्वती अपनी वीणा के तार झंकृत नहीं करतीं। कोषाध्यक्ष विकास गोयल ने बताया कि बाबा का स्वर्ण आभूषणों से श्रंगार किया गया और दिल्ली से मंगाए गए विशेष पीले फूलों और गुब्बारों से मंदिर परिसर सजाया गया।
विपिन बंसल ने बताया कि पावन दिन पर अपने आराध्य के दर्शन लाभ के लिए भक्तों का रेला पूरे दिन उमड़ता रहा। भक्तों की संख्या को देखते हुए श्याम भक्तों ने व्यवस्थाएं संभालीं। सायं अनूप गोयल ने अपने मधुर कंठ से भजन संध्या को सजाया।