आगरा: शहर में कुछ ऐसे साइबर ठग सक्रिय हैं जो दुकानदारों को माल खरीदने के नाम पर ऑनलाइन पेमेंट करते हैं और फिर बैंक से भुगतान रुकवा देते हैं, या फिर कोई मजबूरी बताकर दुकानदारों से नकद रुपये लेकर ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं और बाद में उस पेमेंट को रुकवा देते हैं। थाना छत्ता के निकट दरेसी पर कॉमन सर्विस सेंटर का संचालक नितिन गुप्ता पुत्र कमल प्रकाश इसी तरह की ठगी का शिकार हो चुका है।
नितिन ने साइबर क्राइम थाने में दी तहरीर में शिकायत की है कि विगत दिनों एक व्यक्ति उसकी दुकान पर आया और बोला, मैं बाहर का रहने वाला हूं, मेरा पर्स गिर गया है, मैं तुमको ऑनलाइन पेमेंट कर दूँगा मुझको कैश दे दो। नितिन ने मना कर दिया। एक-डेढ़ घंटे बाद वह व्यक्ति पुनः आया और बोला, बहुत परेशान हूँ, आगरा में किसी को जानता भी नहीं हूँ आप मुझे मेहरबानी करके पचास हजार रुपये दे दो, मैं आपको ऑनलाइन पेमेंट कर दूंगा।
नितिन ने उसकी मजबूरी को देखकर कहा, मैं केवल पच्चीस हजार रुपये ही दे सकता हूं। इस पर वह व्यक्ति तैयार हो गया। नितिन ने अपनी दुकान के सामने पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से अपने खाते से पच्चीस हजार रुपये निकाले और उस व्यक्ति से कहा कि मेरे खाते में 25,700 रुपये डाल दो। व्यक्ति ने यह राशि नितिन के खाते में डाल दी। नितिन ने उसे कैश दे दिया।
अगले दिनों में जब नितिन ने जरूरत पड़ने पर अपने खाते की रकम किसी अन्य को भेजनी चाही तो रकम ट्रांसफर नहीं हुई। बैंक मैनेजर से पता चला कि नितिन के खाते के 25,700 रुपये होल्ड पर डाले गए हैं। बैंक मैनेजर ने बताया कि इतनी धनराशि किसी व्यक्ति के खाते से निकलने की शिकायत हुई है, इस पर बैंक के हैड आफिस ने उक्त धनराशि पर रोक लगा दी है।
नितिन ने साइबर थाने में पूरे मामले की शिकायत करते हुए उसकी अटकी हुई रकम वापस दिलाने और धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।