आगरा: जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल के हटते ही दयालबाग में राधास्वामी सत्संग सभा के लोग यमुना के डूब क्षेत्र में फिर सक्रिय हो गए हैं। बुधवार को वह करीब एक दर्जन गाड़ियों में भरकर पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने यहां रखे ग्रामीणों के उपले, भूसा और पशु चारा को तहस नहस कर दिया। यह देख ग्रामीण भी एकत्र हो गए, लेकिन उनकी ताकत के आगे वह बेबस नजर आए।
बुधवार की सुबह करीब 9.30 बजे 10-12 गाड़ियों में भरकर सत्संगी खासपुर गांव के खेतों पर पहुंचे। यहां ग्रामीणों के उपले, भूसा व पशु चारा रखा था। उसे भर लिया। इसको लेकर ग्रामीणों से विवाद हुआ। दोनों तरफ के लोगों के हाथों में लाठी-डंडे थे।
ग्रामीण महिलाओं ने जमीन पर कब्जे व चारा, अनाज लूटने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भंडारे के नाम पर हजारों की संख्या में सत्संगी आए। ग्रामीणों के खेतों में बुर्जी, झोपड़ी, मवेशियों को तहस नहस कर दिया। जमकर तांडव मचाया। पूरा माल लूटकर गाड़ियों में भर ले गए। विरोध पर हमको डराया और धमकाया।
गांव के निषाद, केवट जगदीश प्रसाद, लल्लू राम, रंजीत कुमार, जगन सिंह आदि ने जमीन पर जबरन कब्जा करने के आरोप लगाए हैं। ग्रामीण भगवान सिंह ने कहा कि सरकार में मंत्री संजय निषाद हमारे समाज से हैं, उनसे मेरा निवेदन है समाज को बचाएं। दयालबाग के सत्संगियों भूमाफिया से गांव खासपुर, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर के निषाद लोगों को उत्पीड़न से मुक्त कराएं।
दयालबाग क्षेत्र में यमुना किनारे स्थित गांव लाल गढ़ी, नगला तलफी, सिकंदरपुर के ग्रामीणों ने भी राधा स्वामी सत्संग सभा पर जमीन कब्जा कर उन्हें अवैध रूप से खुर्द बुर्द करने के आरोप लगाए हैं। जिलाधिकारी कार्यालय पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य भूरी सिंह व किसान नेता दिलीप चौधरी ने सत्संगियों के विरुद्ध करवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया था। शासन प्रशासन पर सत्संगियों से मिलीभगत के आरोप लगाए थे।
एनजीटी की रोक के बाद भी पोइया घाट डूब क्षेत्र में दो अगस्त को सत्संग सभा ने अवैध निर्माण कर सड़क बनाई थी। सिटी मजिस्ट्रेट ने निर्माण रुकवाया, लेकिन सत्संगियों ने काम नहीं रोका। वे नोटिस के विरोध में कोर्ट गए। वहां से मामले में प्रशासन व सिंचाई विभाग को निर्णय के आदेश मिले हैं, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका है। जिलाधिकारी भी बदल गए हैं। नए जिलाधिकारी को अब इस पर निर्णय लेना होगा।
Compiled: up18 News
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.