आगरा: स्वामीबाग नगर पंचायत के चुनाव में प्रशासन की कार्यशैली भी सवालों के कठघरे में है। क्षेत्र में विगत चार मई को सुबह सात बजे से मतदान होना था। आरोप है कि मतदान से पहले रात 12 बजे अध्यक्ष पद के एक प्रत्याशी की पत्नी ने काॅलोनी के व्हाट्सएप ग्रुप में आयोग से छपकर आए मतपत्र का फोटो खींचकर डाल दिया। वोट भी मांगे। अब मतपत्र की फोटो वायरल हो रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीएम नवनीत सिंह चहल ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
स्वामीबाग नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के पांच प्रत्याशी हैं। कुल 1714 मतदाता हैं। एक मतदान केंद्र स्वामीबाग हायर सेकेंडरी स्कूल था। यहां दस पोलिंग बूथ थे। मतदान से पहले तीन मई की रात प्रेम भवन काॅलोनी के व्हाट्सएप ग्रुप में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सतीश चौहान की पत्नी रीता के मोबाइल फोन नंबर से रात 12:21 बजे एक फोटो पोस्ट की गई, जिसमें स्वामीबाग नगर पंचायत का मतपत्र था। इस पर आयोग का मतपत्र क्रमांक 1851 दर्ज था। चुनाव चिह्न नल पर लाल घेरे का निशान था। अब यह पोस्ट वायरल है।
प्रेम भवन निवासी विशाल सैनी भी ग्रुप में शामिल हैं। उन्होंने शनिवार को इस मामले में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल व निर्वाचन आयुक्त से शिकायत दर्ज कराई। चुनाव निरस्त करने और गोपनीयता भंग करने वालों के विरुद्ध एफआईआर की मांग भी की। उनका आरोप है कि प्रत्याशी सतीश चौहान की एक रिश्तेदार मतदान कार्मिक थीं। मंडी से वही मतपत्र लेकर आईं, जिसका फोटो खींचकर उन्होंने प्रत्याशी की पत्नी को भेजा। प्रत्याशी की पत्नी ने उस मतपत्र के फोटो को मतदाताओं के व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दिया। अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मांगेलाल चौधरी ने भी इसमें प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।
स्वामीबाग नगर पंचायत के अध्यक्ष प्रत्याशी सतीश चौहान ने बताया कि मेरी पत्नी के मोबाइल पर किसी ने भेजा होगा। जो उनके नंबर से व्हाट्सएप ग्रुप में चला गया। किसने भेजा, कैसे ग्रुप में गया मुझे पता नहीं। मतदान कार्मिक का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
डीएम व जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल का कहना है कि इस तरह मतपत्र की गोपनीयता भंग नहीं हो सकती। मामले में जांच के आदेश दिए हैं। कैसे मतपत्र बाहर आया, सभी बिंदुओं पर जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
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