आगरा: कारोबारी की पत्नी अंजली बजाज की हत्या मामले का आगरा पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस हत्याकांड में मृतिका की पुत्री, उसका बॉयफ्रेंड और बॉयफ्रेंड का दोस्त शामिल था जिन्होंने बड़े शातिराना तरीके से इस हत्याकांड को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस ने इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले प्रखर और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। वहीँ मृतका की पुत्री को भी हिरासत में लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक प्रखर की नजर कारोबारी उदित बजाज की दौलत पर थी। इसीलिए कारोबारी की इकलौती बेटी से दोस्ती की थी। उसे लगता था कि कुछ समय बाद यह सब कुछ उसका होगा। 1 दिन अंजलि बजाज ने अपनी बेटी के मोबाइल में कुछ ऐसी तस्वीरें और वीडियो देखी जिसे देखकर वह दंग रह गई। इन तस्वीरों को देखकर वह प्रखर की चाल को भी समझने लगी। बेटी की मोबाइल फोन में जो तस्वीरें अंजलि ने देखी उनके मुताबिक वह प्रखर को पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई का डर दिखाने लगी क्योंकि अंजलि की बेटी नाबालिग थी। यह बात प्रखर ने अपनी गर्लफ्रेंड को बताया और फिर एक खौफनाक साजिश रची गई।
थ्रिलर वेब सीरीज देखकर रची साजिश
आरोपी प्रखर गुप्ता ने क्रिमिनल वेब सीरीज देखकर इस पूरे हत्याकांड की साजिश रची थी। उसने बड़े चाकू पर अंगोछा लपेटकर अंजलि की हत्या की और से फरार हो गए। क्रिमिनल वेब सीरीज में जिस तरह से हत्यारोपी सबूत मिटाता है, उसी तर्ज पर प्रखर ने सबूत मिटाने का पूरा प्रयास किया था। अंजलि को भी फोन के माध्यम से बुलाया गया था लेकिन फोन का इस्तेमाल भी अपने दोस्त के मोबाइल में व्हाट्सएप चालू करके किया गया था। इस हत्याकांड का सीधा शक फोन पर ना जाए इसीलिए प्रखर और मृतका की बेटी ने दोपहर 12:00 बजे ही अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए थे।
हत्यारोपी प्रखर बेहद शातिर दिमाग है। वह थ्रिलर वेबसीरीज और सीरियल देखना पसंद करता है। पकड़े जाने के बाद प्रखर ने पूछताछ में पुलिस को घुमाना शुरू कर दिया था। वह पुलिस से डरने की जगह उसके हर सवाल पर सवाल उठा रहा था। वह पुलिस पर हावी होने का प्रयास कर रहा था। पूछताछ में पुलिस के सवालों पर प्रखर अपने सवाल दाग रहा था। हर कदम पर उलझा रहा था। कभी कहता कि अकेले में बात करेगा। जो चाहो पूछ लो। पुलिस अकेले में पूछताछ करती ताे कहने लगता कि उसे क्यों फंसा रहे हो। किसी निर्दोष को जेल भेजकर क्या मिलेगा। उसके इस तरीके काे देखने के बाद पुलिस ने कारोबारी की बेटी से बातचीत की। पता चला कि वह थ्रिलर वेबसीरीज और सीरियल देखना पसंद करता है। पुलिस को समझते देर नहीं लगी कि वह वेब सीरीज से सीखे दांव पेंच का प्रयाेग कर रहा है।
आरोपी की मां-भाई पर बनाया दबाव
शातिर प्रखर को तोड़ने के लिए पुलिस ने तुरंत अपनी जांच की कार्यप्रणाली को चेंज कर दिया। पुलिस ने प्रखर की सबसे कमजोर कड़ी का पता लगाया और फिर उस पर काम करना शुरू कर दिया। पुलिस ने प्रखर के छोटे भाई और मां को हिरासत में लिया और कहा कि वह सच बता दे। गुमराह किया या झूठ बोला तो उसके साथ मां भी जेल जाएगी। इसके बाद वह पुलिस को सब बताने को तैयार हो गया। उसने बताया कि अंजली बजाज उसकी दोस्ती में बाधक बन गई थीं। उन्हें दोनों की दोस्ती का पता चल गया था। वह उसे किसी न किसी आरोप में जेल भिजवा देेती। अंजली के दबाव में उनकी बेटी भी उससे अलग हो सकती थी।
गर्लफ्रेंड के साथ बनाया प्लान
पुलिस छानबीन में सामने आया कि प्रखर की योजना कारोबारी की बेटी को अपने साथ लेकर जाने की थी। अंजली बजाज यदि नहीं मानती तो वह उनकी हत्या कर देता। बेटी को बता देता कि मां उनकी दोस्ती बरकरार रखने को तैयार नहीं है। उसे किसी दूसरे राज्य में लेकर जाने की तैयारी थी, जिससे बेटी को मां की हत्या को जानकारी नहीं लग सकेगी।
प्रखर ने उसे बताया कि उसके पास दो वर्ष तक का खर्चा चलाने को जमा पूंजी है। इसी दौरान वह कोई व्यापार कर लेगा। सारे काम उसकी योजना के अनुसार हो रहे थे। कारोबारी द्वारा बेटी को फोन करने से प्रखर की योजना फेल हो गई। पिता ने अपने दुर्घटना में घायल होने की बात बेटी को मोबाइल फोन पर बताई। वह सीधे घर पहुंच गई। प्रखर उसे अपने साथ नहीं ले सका।
प्रखर की मां को पुत्र की हरकत का पता चला ताे उनकी आंखों में आंसू थे। पुलिस से उनका कहना था कि पुत्र की कारोबारी की बेटी से दोस्ती की उन्हें भनक नहीं थी। पता होता तो यह नौबत नहीं आती। पैतृक गांव गंजडुंडवारा में रंजिश में परिवार में दो लोगों की हत्या हो गई। पहले ससुर को मारा गया, वर्ष 2013 में पति की हत्या कर दी गई। दोनों बेटों की बेहतर परवरिश के लिए वह गांव से आगरा आ गई थीं। बेटे की हर इच्छा को पूरा किया। एक वर्ष पहले बाइक की जिद की। उन्होंने पौने दो लाख रुपये जुटाकर उसे बाइक दिलाई थी। महंगा मोबाइल फोन दिलाया, जिससे कि वह पिता के बाद कोई कमी महसूस न करे। बड़ा होकर अपना भविष्य बनाए। बेटे ने अय्याशी में सब कुछ बर्बाद कर दिया। वह उनसे सारी बात बताता था। यदि दोस्ती की बात भी बता देता तो यह दिन नहीं देखना पड़ता। मां का कहना था कि प्रखर उनसे केदारनाथ धाम यात्रा की कहकर गया था। यदि वह जिद करता तो कारोबारी परिवार से मिलने जातीं। उन्हें मनाने का प्रयास करतीं।
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि अंजली बजाज की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी लेकिन दो दिन बाद उनका शव सिकंदरा क्षेत्र में मिला था। शव मिलने के बाद मुकदमा हत्या में तरमीम किया गया और फिर हत्याकांड के खुलासे के लिए कई टीमों को लगाया गया। जांच पड़ताल में पता चला कि नाबालिग बेटी का एक बॉयफ्रेंड है और घर में बेटी के चलते कुछ तनाव भी चल रहा था। इसी के चलते पुलिस ने अपनी सुई इस एंगल पर मोड़ी और फिर जांच पड़ताल शुरू कर दी। आज इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। मां की हत्या में बेटी ही शामिल थी। उसका प्रेमी और उसके प्रेमी के दोस्त ने मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
Compiled: up18 News
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