आगरा: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा हिंदुओं के ग्रंथ रामचरित मानस को लेकर जो टिप्पणी की गई है उससे हिंदू वादियों में खासा आक्रोश दिखाई दे रहा है। अखिल भारत हिंदू महासभा ने स्वामी प्रसाद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भगवान टॉकीज पर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया गया और उनकी जीभ काटने वाले को 51 हजार रुपए दिए जाने का विवादित ऐलान किया।
रामचरितमानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य की आई तीखी टिप्पणी को लेकर हिंदू वादियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदू वासियों ने भगवान टॉकीज चौराहे पर स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतीकात्मक अर्थी बनाई। उसे कंधों पर उठाकर अंतिम संस्कार के लिए ले कर चल दिए। इस दौरान सभी लोगों ने स्वामी प्रसाद हाय हाय के जमकर नारे भी लगाए।
बरसाए चप्पल
अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतीकात्मक अर्थी को अपने कंधे पर उठाया और फिर उसे ले जाने लगे। इस दौरान हिंदू वादियों ने उस अर्थी पर फूल नहीं बल्कि जूते चप्पल बरसाना शुरू कर दिया। यह दृश्य देखकर वहां खड़े लोग भी आश्चर्यचकित रह गए लेकिन जब लोगों को पता चला कि हिंदूवादी प्रदर्शन कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं तो वह भी बैकफुट पर नजर आए। लोगों ने भी कहा कि किसी के धर्म और ग्रंथ के बारे में तीखी टिप्पणियां नहीं होनी चाहिए।
इस दौरान अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट और अन्य पदाधिकारियों ने ऐलान किया कि जो भी स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काट कर लाएगा उसे ₹51000 का इनाम दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने ₹51000 का चेक भी साइन कर दिया। हिंदू वादियों का कहना था कि लगातार सनातन धर्म को निशाना बनाया जा रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।