आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल कब भ्रमण करने के लिए सात समुंदर पार से पर्यटक पहुंचते हैं और इन पर्यटकों की सुरक्षा का जिम्मा पर्यटन पुलिस ने अपने कंधों पर लिया है। इन पर्यटकों के लिए पर्यटन पुलिस मददगार बन रही है और अपनी इस कार्य शैली से विश्व भर में अलग पहचान बना रही है।
ताजमहल का भ्रमण करने आने वाले पर्यटक अक्सर अपनों से बिछड़ जाते हैं तो कभी उनका सामान खो जाता है। ऐसे में बिछड़ने को अपनों से मिलकर खोए हुए सामान को पर्यटक को वापस करके पर्यटन पुलिस पर्यटकों के दिलों को जीत रही है, आज भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
महाराष्ट्र के नागपुर से ताजमहल देखना आए महिलाओं के समूह से एक 72 वर्षीय महिला पर्यटक आशा करंदे बिछड़ गई। जब वह नहीं मिली तो उनके बिछड़ने की सूचना उनकी महिला साथी उषा कुम्हारे द्वारा पश्चिमी गेट पर पर्यटन पुलिस को दी। क्विक रिस्पॉन्स टीम के प्रभारी उपप्रधान सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरटी सेट मैसेज, अनाउंसमेंट एवं प्लस फुटेज आदि का प्रयोग कर 30 मिनट के अंदर महिला पर्यटकों को खोजकर उनके अपनों से मिला दिया। अपनी बिछड़ी हुई साथी को पाकर ग्रुप के सभी लोग उत्साहित दिखे और आगरा पुलिस की कार्यशैली की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया।
मुज़फ़्फ़रपुर के मूल निवासी वर्तमान शाहजहांपुर में खाद्य पर्यवेक्षक के पद पर तैनात मनीष यादव ताजमहल देखने पश्चिमी गेट पर पहुंचे। टिकट लेते समय टिकट विंडो के पास उनकी जेब से ₹9500 गिर गए। पर्यटक ने इसकी शिकायत पर्यटन पुलिस से की तो पश्चिमी गेट पर त्वरित प्रतिक्रिया टीम के प्रभारी उप पर्यवेक्षक शिवराज सिंह को टिकट विंडो परिसर में नियुक्त किया गया। पर्यटन पुलिस ने अपने प्रायस से पर्यटक के खोए हुए रूपए वापस प्राप्त करके पर्यटक को लौटाए। इससे पहले पर्यटन पुलिस ने रकम देने से पहले जांच पड़ताल की। खोए हुए रुपए वापस पाकर पर्यटक मनीष खुस दिखें और उन्होंने पर्यटन पुलिस की सराहना की