आगरा: नगर निगम के चुनावों में निर्दलीय बनकर तल ठोक रहे कई बागी प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के लिए मुश्किल खड़ी करेंगे। भाजपा भी इस स्थिति को समझ रही है। इसलिए निर्दलीयों और बागियों को अपने पक्ष में करने में जुट गई है।
चुनावों का माहौल धीरे-धीरे परवान चढ़ने लगा है। जनसंपर्क के साथ बैठकों का दौर शुरू है। बागियों को मान-मनौव्वल कर बैठाने के लिए हर जुगत लगाई जा रही है। कमला नगर, जयपुर हाउस, बल्केश्वर क्षेत्र में भाजपा ने निर्दलीय प्रत्याशियों को बैठाने में सफलता भी पाई है। मगर यह चुनाव आसान होता नजर नहीं आ रहा है।
अगर निकाय चुनाव 2017 की बात करें तो इसमें भारतीय जनता पार्टी के 52 और बहुजन समाज पार्टी से 28 प्रत्याशी सदन में पहुंचे थे। जबकि, समाजवादी पार्टी के 5 और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मात्र दो उम्मीदवार ही सदन में पहुंचे। उस समय सदन में 13 प्रत्याशियों ने निर्दलीय के रूप में जीत दर्ज की थी। इस बार भी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी पार्टियों की राह में सबसे बड़ा रोड़ा हैं। पार्टियों का मानना है कि भले ही ये जीत न पाएं मगर पार्टी प्रत्याशियों की राह में कांटे जरूर बो देंगे। लिहाजा यहां रूठों को मनाने का दौर चल रहा है।
बल्केश्वर मंडल के निर्दलीय प्रत्याशियों ने बैठने की घोषणा कर दी है। जयपुर हाउस से निर्दलीय क्षमा जैन सक्सेना को भी पार्टी में शामिल कर चुनाव से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। कमला नगर एबीसी ब्लॉक को पहले ही निर्विरोध करा लिया गया है। बावजूद इसके पार्टी भीतरघात से आशंकित है। बाग फरजाना में बागी हुए संजय राय भाजपा प्रत्याशी के लिए चुनौती बने हुए हैं। गुप्त बैठकों के जरिए समीकरण साधने की कोशिश है। मगर इनका कितना असर होगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।