Agra News: फतेहपुरसीकरी में बागी विधायक बाबूलाल को लेकर मंथन में जुटी भाजपा, लाभ-हानि का किया जा रहा आकलन

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आगरा: फतेहपुरसीकरी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सांसद राजकुमार चाहर के खिलाफ बगावत कर निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल करने रामेश्वर सिंह के खिलाफ भाजपा में निर्णायक मंथन की शुरुआत हो चुकी है। रामेश्वर फतेहपुर सीकरी से ही भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के पुत्र हैं और उनकी बगावत में पिता का पूरा समर्थन है। भाजपा चुनावी लाभ-हानि के आकलन में जुटी है। संकेत हैं कि इस आकलन के बाद विधायक के खिलाफ पार्टी कड़ी कार्रवाई कर सकती है।

पार्टी सूत्रों का दावा है कि भाजपा में हरस्तर पर कार्रवाई के स्वर मुखर हो रहे हैं और क्षेत्रीय और जिला स्तर से संगठन की ओर से कार्रवाई की अनुशंसा के साथ गोपनीय रिपोर्ट भेज दी गई है। अब प्रदेश आलाकमान को फैसला लेना है।

हालांकि राजकुमार चाहर की सभाओं में जुट रही भीड़ को देखकर पार्टीजन उनकी जीत के प्रति आश्वस्त हैं। फिर भी “अबकी बार चार सौ पार” का नारा लेकर चल रही भारतीय जनता पार्टी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। यही कारण है कि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस लोकसभा क्षेत्र में अब तक दो जनसभाएं कर चुके हैं।

कोठी मीना बाजार में 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित जनसभा में भी आगरा और फतेहपुर सीकरी दोनों लोकसभा सीटों के मतदाताओं को आमंत्रित किया गया है। किरावली में मुख्यमंत्री की सभा में मंच के बैकड्राप पर विधायक के फोटो ने वापसी की कुछ उम्मीदें जगाई थीं लेकिन नामांकन वापसी का समय गुजरने के साथ ये उम्मीदें खत्म हो गईं।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विधायक बाबूलाल को विगत मंगलवार को दिल्ली तलब किया था। चौधरी बाबूलाल का दावा है कि गृहमंत्री को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए उन्होंने अपना पक्ष रखा।

इससे पहले संजय प्लेस स्थित एक होटल में विगत 14 अप्रैल को भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल ने भी चौधरी बाबूलाल से बंद कमरे में मुलाकात की थी। प्रतीत हो रहा था कि मुलाकात के बाद विधायक के तेवर नरम पड़ जाएंगे मगर अगले दिन 15 अप्रैल को उन्होंने पुत्र रामेश्वर का नामांकन कराया और खुलकर सामने आकर भाजपा को असहज कर दिया। यही कारण है कि भाजपा में उनके खिलाफ कार्रवाई के स्वर मुखर हो रहे हैं।