आगरा। मनकामेश्वर मंदिर गली के बाहर पेड़ का हिस्सा तारों पर अटका, हाथी घाट के बाहर सड़क पर 15 फुट गहरा गड्ढा। रविवार से लगेगी परिक्रमा। व्यापारी बोले, नहीं सुनवाई कर रहा प्रशासन।
सावन माह के दूसरे सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ने वाली भीड़ और कल रविवार शाम से शुरू परिक्रमा शुरू हो जाएगी। इसके बाद भी सड़कों पर गड्ढे हैं।
मनकामेश्वर मंदिर गली के बाहर पेड़ का एक हिस्सा तारों पर अटका है। इससे बड़ा हादसा हो सकता है। दरेसी के व्यापारियों का कहना है कि अफसरों के साथ पिछले दिनों हुई बैठक के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला।
आपको बता दें कि रविवार को लगने वाली परिक्रमा को लेकर पुलिस लाइन में प्रशासनिक-पुलिस अधिकारियों की व्यापारियों के साथ गुरुवार को बैठक हुई थी। इसमें व्यापारियों ने दरेसी नंबर 1 स्थित मनकामेश्वर मंदिर गली के बाहर गिरासू हालत में खड़े पीपल के विशाल पेड़ को लेकर चिंता व्यक्त की थी।
दरेसी नंबर एक के अध्यक्ष राजकुमार गुरनानी ने एसपी सिटी को अवगत कराया था कि मनकामेश्वर मंदिर गली के बाहर वर्षों से पीपल का एक विशाल पेड़ खड़ा है जो पूरी तरह सूख चुका है और जर्जर हालात में है। शहर में रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश के चलते अब यह पेड़ गिरासू हालात में है। इसका एक हिस्सा तारों पर पर अटका है। इस पेड़ के आस-पास के व्यापारियों और दुकान पर आने वाले ग्राहकों में भय है।
व्यापारियों ने मांग की है कि कल रविवार शाम से श्रद्धालुओं और कावड़ियों की परिक्रमा भी शुरू होने जा रही है और भारी संख्या में लोग मनकामेश्वर मंदिर की ओर रुख करेंगे । इसलिए इस पेड़ को सावधानीपूर्वक हटवा दिया जाए अन्यथा भारी बारिश और तेज हवा के झोंकों के साथ यदि यह पेड़ गिरा तो जनहानि होने की संभावना है।
हाथी घाट पर भी हालत खराब
व्यापारियों ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि गंगाजल की लाइन डालने के दौरान हाथी घाट से मनकामेश्वर मंदिर की गली में खुदाई कर उसे ऐसे ही छोड़ दिया गया है। हाथी घाट के पास लगभग 15 फुट का गहरा गड्ढा भी कर दिया गया है। गड्ढे को भरकर पूरी गली को जल्द से जल्द बनवा दिया जाए अन्यथा श्रद्धालु उसमें गिरकर चोटिल हो सकते हैं।
न गड्ढा भरा और न पेड़ हटा
व्यापारी गोपाल पुरसनानी, ईश्वरलाल करमचंदानी, हितेश गुरनानी, सुरेश बाबानी ने बताया कि अफसरों के संज्ञान में लाने के बाद भी शनिवार दोपहर तक न तो गड्ढा भरा और न अब तक पेड़ हटा है। कल से परिक्रमा शुरू होगी। ऐसे में प्रशासन को इनको सही करवा देना चाहिए।