आगरा: हिजाब को लेकर शुरू हुआ विवाद अब देशभर में तूल पकड़ता जा रहा है।अब यह सिर्फ कर्नाटक का नहीं रहा बल्कि पूरे देश का मुद्दा भी बन गया है। कर्नाटक से शुरू हुआ हिसाब का विवाद आगरा में भी तूल पकड़ रहा है। शहर में हिंदू संगठन हिजाब के विरोध में प्रदर्शन कर शासन प्रशासन की नींद उड़ाए हुए हैं। विश्व हिंदू परिषद ने 15 फरवरी को ताजमहल में हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था।वहीं विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने इकट्ठा होकर ताजमहल के लिए कूच किया तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
पुलिस ने लिया हिरासत में:-
विश्व हिंदू परिषद के लोग जैसे ही ताजमहल जाने के लिए निकले तो थाना हरी पर्वत पुलिस ने उन्हें रोक लिया और थाने में नजरबंद कर दिया। इस घटना की जानकारी होते ही विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उसके बाद थाने में एकत्रित होने लगे। थाने पहुंचे हिंदूवादियों ने जमकर नारेबाजी की। हिंदू वादियों ने हिजाब को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
हनुमान चालीसा पढ़ने पर अड़े हिंदूवादी:-
थाने के अंदर नारेबाजी और आक्रोश व्यक्त करते हुए हिंदू वादियों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और ताज महल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ किए जाने की बात को लेकर अड़े रहे। उनका कहना था कि ताजमहल भी एक धार्मिक स्थल है और वहां पर हनुमान चालीसा का पाठ क्यों नहीं हो सकता।
शिक्षा के मंदिर में हिजाब पहनने का हुआ विरोध:-
विश्व हिंदू परिषद की महिला कार्यकर्ता रीना सिंह ने शिक्षा के मंदिर में हिजाब पहनने का विरोध किया और कहा स्कूल कॉलेज का अपना एक ड्रेस कोड होता है। स्कूल व कॉलेज में ड्रेस पहन कर ही जाना चाहिए। क्योंकि हिंदुस्तान में संविधान चलता है। सरिया का कानून नही चलता है। कर्नाटक में जो हिजाब को लेकर प्रदर्शन हुआ वह पहले से सुनियोजित था, जिसे पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया प्रायोजित कर रखा था। पीएफआई एक आतंकवादी गतिविधि वाली संस्था है, जिसे भारत में ही नहीं पूरे विश्व में बैन करना चाहिए।
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