आगरा: ड्यूटी के दौरान सीआरपीएफ जवान हुआ शहीद, गांव पहुंचा पार्थिव शरीर, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

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लआगरा जनपद के ब्लॉक पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव देवगढ़ निवासी सीआरपीएफ जवान की ड्यूटी के दौरान बीजापुर छत्तीसगढ़ में अचानक तबीयत बिगड़ गई इलाज के लिए उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान जवान का निधन हो गया। पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर अंतिम दर्शनों को जनसैलाब उमड़ पड़ा। राजकीय सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया।

जानकारी के अनुसार भगत सिंह परिहार पुत्र थान सिंह उम्र करीब 54 वर्ष अपने पांच भाइयों में तीसरे नंबर के थे। देश सेवा करने का जज्बा अलग ही रखते थे। देश सेवा के लिए अर्ध सैनिक बल सीआरपीएफ में भर्ती हुए। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के नेमेड सीआरपीएफ सेंटर बीजापुर रायपुर में 222 बटालियन में ड्यूटी पर तैनात थे। 30 अप्रैल को वह अपने घर छुट्टी आए थे जवान की छुट्टियां पूरी होने के बाद वह बीजापुर सेंटर के लिए ड्यूटी पर चले गए थे। उनके पुत्र रिंकू के अनुसार बताया गया है कि शनिवार सुबह वह उसके पिता भगत सिंह सेंटर में ड्यूटी पर जा रहे थे तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें वहां तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने तत्काल सेंटर के अस्पताल में इलाज को भर्ती कराया। जहां हालत ज्यादा बिगड़ने पर जवान को तत्काल हेलीकॉप्टर द्वारा रायपुर ले जाया गया जहां उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने बताया उनकी दिमाग की नस फट गई थी। चिकित्सकों द्वारा शनिवार देर शाम को जवान के दिमाग की नस का ऑपरेशन किया गया। और इलाज जारी रहा।

रविवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान सीआरपीएफ जवान भगत सिंह का निधन हो गया सेंटर से दुखद भरी सूचना मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सूचना विभाग जवान क पुत्र रिंकू रविवार को दिल्ली से हवाई जहाज द्वारा रायपुर पहुंचा। पोस्टमार्टम और कार्रवाई के बाद सीआरपीएफ सेंटर से जवान का पार्थिव शव हवाई जहाज द्वारा दिल्ली पहुंचा

सोमवार को सुबह दिल्ली से पिनाहट के पैतृक गांव देवगढ़ जवान का पार्थिव शरीर पहुंचने पर अंतिम दर्शनों के लिए हरी संख्या में उमड़ पड़ा। जहां साथ में पहुंचे सीआरपीएफ बटालियन के जवानों ने गार्डऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी गई उसके बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

जवान के शव को उनके बड़े पुत्र मुकेश द्वारा मुखाग्नि दी गई। जहां अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचे हर किसी की आंख नम हो गई।जवान भगतसिंह के बुजुर्ग माता शिव प्यारी देवी एवं पिता थान सिंह सहित पत्नी राधा देवी शव को देखकर फफक फफक कर रो रही थे। पुत्र मुकेश और रिंकू सहित पुत्री प्रियंका का रो रो कर बुरा हाल था।