आगरा: भाजपा सरकार बनने के साथ ही बाबा का बुलडोजर भी गरजने लगा है। अवैध अतिक्रमण के खिलाफ आगरा जिले में सबसे पहली कार्यवाही छावनी परिषद की ओर से देखने को मिली। बुलडोजर सरकार आते ही आगरा का छावनी परिषद विभाग एक्टिव हुआ और उन्होंने सबसे पहली कार्रवाई एक स्कूल पर कर दी। स्कूल में बने अवैध अतिक्रमण कंस्ट्रक्शन को छावनी परिषद के महाबली ने ढहा दिया।
सेंट एंथोनी स्कूल पर हुई कार्रवाई
छावनी परिषद का महाबली दोपहर बाद माल रोड स्थित सेंट एंथनी स्कूल पहुंचा। यह स्कूल काफी पुराना है और इसी स्कूल में सिर्फ छात्राएं ही पढ़ती हैं। इस स्कूल में बने कुछ कंस्ट्रक्शन को छावनी परिषद की ओर से इलीगल बताया गया। इलीगल कंस्ट्रक्शन को ढहाने के लिए छावनी परिषद ने अपनी इस कार्रवाई को अंजाम दिया। छावनी परिषद का महाबली स्कूल में जमकर गरजा। सबसे पहले छावनी परिषद की ओर से शूटिंग रेंज को तोड़ा गया और उसके बाद बालिकाओं के लिए बने दूसरे प्ले ग्राउंड पर कार्यवाही की। इसके बाद अन्य कंस्ट्रक्शन जो इलीगल बनाये गए थे उसको भी तोड़ दिया था।
कार्यवाही के दौरान मची अफरा तफरी
छावनी परिषद की ओर से स्कूल में की गई इस कार्रवाई से अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान स्कूल के कुछ छात्राएं और स्कूल प्रशासन के लोग मौजूद थे। स्कूल प्रशासन और छात्राओं ने छावनी परिषद की इस कार्रवाई को रोकने का बहुत प्रयास किया लेकिन छावनी परिषद का बुलडोजर नहीं रुका। छावनी परिषद के अधिकारियों ने अपनी इस कार्रवाई को अंजाम दिया। अवैध अतिक्रमण को ढहा दिया फिर उसके बाद कार्यवाही को रोका गया।
इस पूरी कार्रवाई के दौरान स्कूल की छात्राओं ने सवाल खड़े किए। उनका कहना था कि अगर छावनी परिषद को अपनी इस कार्रवाई को अंजाम देना था तो सबसे पहले उन्हें सूचना दी जानी चाहिए थी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर स्कूल में इलीगल कंस्ट्रक्शन था तो वह सिर्फ बालिकाओं की खेलकूद प्रतिभाओं को निखारने के लिए था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा दे रहे हैं लेकिन छावनी परिषद की यह कार्रवाई सवाल खड़े करने वाली है।