यूरोप में यूक्रेन युद्ध के बाद एक और जंग की आहट, गंभीर रूप ले रहा है सर्बिया और कोसोवो विवाद

Exclusive

अमेरिकी राष्‍ट्रपति कार्यालय व्‍हाइट हाउस ने चेतावनी दी है कि सर्बिया ने कोसोवो की सीमा पर घातक टैंक और तोपें तैनात की हैं। सर्बिया ने यह कदम उत्‍तरी कोसोवो में एक मठ में घातक संघर्ष के बाद उठाया है। बताया जा रहा है कि इस हिंसा में कोसोवो का एक पुलिसकर्मी और सर्बिया के 3 बंदूकधारी मारे गए थे। बताया जा रहा है कि यह पिछले कुछ वर्षों में सर्बिया और कोसोवो के बीच सबसे बड़ी हिंसा है। सर्बिया से अलग होकर कोसोवो अलग देश बना है लेकिन बेलग्रेड की सरकार ने अभी इसे स्‍वीकार नहीं किया है।

नाटो ने कोसोवो में बढ़ाई अपनी उपस्थिति

व्‍हाइट हाउस के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद के प्रवक्‍ता जॉन किर्बी ने कहा, ‘हम कोसोवो की सीमा पर सर्बिया के बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती की निगरानी कर रहे हैं। इसमें सर्बिया की अत्‍याधुनिक तोपें, टैंक और हथियारों से लैस पैदल सेना शामिल है। हमारा मानना है कि यह बहुत ही अस्थिर करने वाला घटनाक्रम है। हम सर्बिया से अनुरोध करते हैं कि वह अपनी सेना को सीमा से हटा ले।’ उन्‍होंने कहा कि सर्बिया ने पिछले सप्‍ताह से इतनी बड़ी तादाद में सेना की तैनाती की है लेकिन उसके उद्देश्‍य का पता नहीं चल पा रहा है।

इस बीच सर्बिया के राष्‍ट्रपति ने सेना के हाई अलर्ट पर होने की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। कोसोवो की सरकार का कहना है कि सर्बिया उनके देश में हथियारबंद अभियान को समर्थन दे रहा है। कोसोवो में हमले के बाद नाटो शांतिरक्षक सेना ने कहा है कि वह अब अपनी उपस्थिति को बढ़ाने जा रही है।

बता दें कि साल 1998-99 में सर्बिया में खूनी जंग के बाद कोसोवो अलग हो गया था और साल 2008 में उसने अपनी स्‍वतंत्रता घोषित कर दी थी। रूस और सर्बिया दोनों ने इसको खारिज कर दिया था। सर्बिया मूल के बहुत से लोग कोसोवो में रहते हैं, इसको लेकर दोनों के बीच विवाद है।

Compiled: up18 News