आगरा: तोता का ताल हादसे के बाद प्रशासन सख्त, जीएम जल संस्थान को नोटिस जारी, जांच को बनाई कमेटी

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आगरा। लोहामंडी में गड्ढे में गिरकर मासूम की मौत के बाद प्रशासन सख्त। नगर आयुक्त ने जीएम जल संस्थान को जारी किया नोटिस। जांच को बनाई कमेटी।

तोता का ताल पर गड्ढे में गिरने से मासूम जीशान की हुई मौत के बाद अब उसके परिजनों को भी इंसाफ का इंतजार है। इस पूरे मामले को लेकर नगर निगम के नगर आयुक्त की ओर से जल संस्थान के महाप्रबंधक को इस पूरे मामले पर नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।

अपर नगर आयुक्त की कमेटी करेगी जांच

सोमवार सुबह तोता का ताल पर गड्ढे में हुई बच्चे की मौत के मामले में नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। इसमें दूसरे सदस्य नगर निगम के चीफ इंजीनियर बीएल गुप्ता होंगे। गड्ढे की बैरिकेडिंग नहीं करने और संबंधित विभागों द्वारा लापरवाही बरतने को लेकर यह कमेटी जांच कर नगर आयुक्त को रिपोर्ट सौंपेगी।

कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखने की चेतावनी

नगर आयुक्त ने इस मामले में जलकल विभाग के महाप्रबंधक को नोटिस जारी किया है। इसमें पूछा गया है कि पानी की लाइन टूटने पर जलनिगम द्वारा लाइन की मरम्मत और बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्थाएं देखने के लिए उनके द्वारा मौका मुआयना क्यों नहीं किया गया और बचाव के प्रबंध क्यों नहीं कराए गए। जीएम जलकल के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखने की चेतावनी दी गई है।

गड्ढे भरने के लिए 18 मई को पार्षद ने किया था प्रदर्शन

महज 20 दिन पहले 18 मई को क्षेत्रीय पार्षद शरद चौहान ने तोता का ताल पर इसी गड्ढे को भरने और पानी की लाइन की मरम्मत के लिए प्रदर्शन किया था। धरने पर बैठे पार्षद को जलकल विभाग के इंजीनियरों ने समस्या के जल्द निदान का भरोसा देकर धरना खत्म कराया था। धरने के 20 दिन के बाद भी न तो गड्ढे को भरा गया, न ही बैरिकेडिंग की गई। तोता का ताल पर इसी हिस्से में हर महीने चार से पांच बार पाइपलाइन लीक होती है।


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