अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सेना ने सीमा से सटे अफ़ग़ानिस्तान के इलाक़ों में बमबारी की है जिसमें कई लोग मारे गए हैं.
डॉन अख़बार के अनुसार पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वो अफ़ग़ानिस्तान के ख़ोस्त और कुनड़ प्रांतों में पाकिस्तानी सेना की कथित कार्रवाई से संबंधित ख़बरों की जांच कर रहा है.
पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख्वाह प्रांत के उत्तरी वज़ीरिस्तान से सांसद मोहसिन दावड़ ने शनिवार को नेशनल असेंबली में कहा कि पाकिस्तानी सेना ने अफ़ग़ानिस्तान के भीतर बमबारी की है जिसमें कम से कम 40 लोग मारे गए हैं.
हालांकि अभी तक पाकिस्तानी सेना और अफ़ग़ानिस्तान में तैनात पाकिस्तानी राजदूत की तरफ़ से इस घटना के बारे में कोई बयान नहीं आया है.
तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट कर पाकिस्तान के इस कथित हमले की निंदा की है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि हमले में कितने लोग मारे गए हैं.
तालिबान प्रवक्ता ने लिखा, अफ़ग़ानिस्तान की इस्लामी हुकूमत पाकिस्तान से मांग करती है कि वो ऐसे मामलों में अफ़ग़ानिस्तान के सब्र का इम्तेहान ना लें और ऐसी ग़लती दोबारा ना करें नहीं तो इसके बुरे परिणाम होंगे.
उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच समस्याओं को राजनीतिक तरीक़े से हल किया जाना चाहिए.
इधर अफ़ग़ानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्ताक़ी और उप रक्षा मंत्री मुल्ला शेर अख़ुंद ने ख़ोस्त और कुनड़ प्रांत में होने वाली कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने इसका हल निकालने के लिए ज़ोर दिया है.
विदेश मंत्री ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से दोनों देशों के संबंध ख़राब होते हैं और शांति का विरोध करने वालों को स्थिति का ग़लत इस्तेमाल करने का मौक़ा मिल जाता है.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की ख़बर के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान में पाकिस्तानी सेना के कथित हमलों के विरोध में तालिबान ने पाकिस्तान के राजदूत को तलब किया. अफ़ग़ानिस्तान विदेश मंत्रालय ने भी अपने बयान में कहा कि क़ाबुल में मौजूद पाकिस्तानी राजदूत को विदेश मंत्रालय बुलाकर इस मामले में अफ़ग़ानिस्तान ने ख़्त विरोध दर्ज कराया है.
-एजेंसियां