एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की। इसमें देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री और सबसे कम सम्पत्ति वाले मुख्यमंत्रियों को लेकर आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू बाबू नायडू देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। उनके पास 931 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति है। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सबसे कम सम्पत्ति वाली मुख्यमंत्री हैं। उनके पास महज 15 लाख रुपए की सम्पत्ति है।
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 931 करोड़ से अधिक की संपत्ति के साथ भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू दूसरे स्थान पर हैं, उनकी कुल संपत्ति 332 करोड़ रुपए है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया 51 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं। पेमा खांडू पर सबसे अधिक 180 करोड़ रुपए की देनदारी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धारमैया पर 23 करोड़ रुपए और नायडू पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी है।
जानिए किसके पास कितनी सम्पत्ति?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सबसे कम संपत्ति वाली मुख्यमंत्री हैं, उनके पास 15 लाख रुपए की संपत्ति है। इसके बाद जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला का नाम है, उनके पास 55 लाख रुपए की संपत्ति है।
– झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन – 25.33 करोड़ रुपए।
– असम से सीएम हिमंत बिस्वा सरमा – 17 करोड़ रुपए।
– मेघालय के सीएम कोनराड संगमा – 15 करोड़ रुपए।
– महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस – 13.27 करोड़ रुपए।
– त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा – 13 करोड़ रुपए।
– गोवा के सीएम प्रमोद सावंत – 9 करोड़ रुपए।
– तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन – 8 करोड़ रुपए।
– गुजरात के मख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल – 8 करोड़ रुपए।
– हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की सम्पत्ति 7 करोड़ रुपए।
– उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी – 4 करोड़ रुपए।
– बिहार से सीएम नीतीश कुमार – 3 करोड़ रुपए।
– उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ – एक करोड़ रुपए।
– पंजाब के सीएम भगवंत मान – एक करोड़ रुपए।
31 मुख्यमंत्रियों की कुल संपत्ति 1,630 करोड़ रुपए
आंकड़ों के अनुसार, राज्य विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों से प्रति सीएम की औसत संपत्ति 52.59 करोड़ रुपए है। एडीआर के मुताबिक, भारत की प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय (NNI ) 2023-2024 के लिए लगभग 1,85,854 रुपए थी, जबकि एक मुख्यमंत्री की औसत स्व-आय 13,64,310 रुपए है, जो भारत की औसत प्रति व्यक्ति आय का लगभग 7.3 गुना है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 31 मुख्यमंत्रियों की कुल संपत्ति 1,630 करोड़ रुपए है।
सबसे उम्रदराज सीएम
– केरल- पी. विजयन (77 साल)
– कर्नाटक- सिद्धारमैया (75 साल)
– आंध्र प्रदेश- चंद्रबाबू नायडू (74 साल)
13 मुख्यमंत्रियों के खिलाफ आपराधिक केस
राज्य विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों में विश्लेषण किए गए 31 मुख्यमंत्रियों में से 13 (42%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। चित्तूर जिले के कुप्पम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले टीडीपी प्रमुख नायडू पर 19 मामले दर्ज हैं। इनमें आईपीसी के तहत 32 गंभीर आरोप और 80 अन्य आरोप शामिल हैं। ये आरोप भ्रष्टाचार, आपराधिक साजिश, सार्वजनिक सुरक्षा उल्लंघन और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत उल्लंघन जैसे अपराधों से जुड़े हैं। पीटीआई के मुताबिक आपराधिक मामलों में हत्या के प्रयास, अपहरण, रिश्वतखोरी और आपराधिक धमकी से संबंधित मामले शामिल हैं। देश के 31 मुख्यमंत्रियों में से केवल दो महिलाएं पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी और दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी हैं।
तेलंगाना सीएम पर सबसे अधिक केस दर्ज
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और नेशनल इलेक्शन वॉच द्वारा देश के 31 मुख्यमंत्रियों के स्वयं शपथ पत्र के विश्लेषण के अनुसार तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी पर सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। रेवंत रेड्डी के खिलाफ करीब 89 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 72 गंभीर आईपीसी मामले हैं। रेवंत रेड्डी पर आपराधिक धमकी (आईपीसी धारा-506) से संबंधित 34 आरोप, धारा 505(2) (आईपीसी धारा-505(2)) से संबंधित 22 आरोप और सार्वजनिक शरारत के लिए अनुकूल बयानों से संबंधित तीन आरोप (आईपीसी धारा-505) हैं।
दो आरोप धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करने (आईपीसी धारा 420) से संबंधित हैं। आईपीसी धारा 295A के तहत एक आरोप है, जो धार्मिक भावनाओं या किसी वर्ग को उनके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों से संबंधित है। इसके अलावा आईपीसी धारा 504 के तहत 38 आरोप हैं, जो शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने से संबंधित हैं।
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