बदायूं लोकसभा सीट से शिवपाल नहीं उनके बेटे आदित्य यादव ठोकेंगे ताल, कहा- नवरात्रि में करेंगे नामांकन!

बदायूं लोकसभा सीट से सपा महासचिव शिवपाल के बेटे आदित्य यादव लड़ेंगे चुनाव, नवरात्रि में करेंगे नामांकन!

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बदायूं। यूपी की बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने तीसरी बार उम्मीदवार बदला है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बदायूं में टिकट बदलने के लिए सहमति दे दी है। अब वहां से पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के बजाय उनके पुत्र आदित्य यादव चुनाव लड़ेंगे।

सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके स्थान पर अब बदायूं लोकसभा सीट से उनके बेटे आदित्य यादव उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि देखिए, पहले तो लखनऊ से उनका ही नाम चला था, लेकिन खासतौर से युवाओं की मांग पर अब आदित्य यादव प्रत्याशी हो गए हैं। बहुत ही जल्दी नवरात्र में उनका नामांकन हो जाएगा। नवरात्र में शुभ और अच्छा होता है।

बतातें चलें कि आदित्य सहकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। यहां बता दें कि सपा की पहली सूची 30 जनवरी को जारी हुई थी, इसमें मैनपुरी से डिंपल यादव और बदायूं से धर्मेंद्र यादव का नाम शामिल था, लेकिन 22 फरवरी को जारी दूसरी सूची में धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर शिवपाल सिंह यादव को बदायूं से उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। टिकट तय होने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने बेटे आदित्य के साथ बदायूं आकर चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया, लेकिन उनका यह चुनावी अभियान बेटे के पक्ष में माहौल बनाने का उपक्रम मात्र था। बताते हैं कि शिवपाल दिल्ली की राजनीति में ज्यादा इच्छुक नहीं हैं।

शिवपाल अपने बेटे को भी राजनीति में स्थापित करना चाहते हैं। इसलिए एक बार फिर बदायूं में प्रत्याशी बदल दिया गया है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भी बदायूं से आदित्य यादव को प्रत्याशी बनाए जाने की पुष्टि की।  रविवार को सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने बिसौली क्षेत्र के अहमदगंज में आयोजित चुनावी सभा में अपनी जगह आदित्य यादव के चुनाव लड़ने का एलान कर दिया।

बिल्सी क्षेत्र के सिरासौल सीताराम पट्टी में सोमवार को आयोजित चुनावी सभा में शिवपाल सिंह यादव व आदित्य यादव की मौजूदगी में पूर्व विधायक आरके शर्मा ने कहा कि अब जनता की आवाज को सड़क से संसद तक पहुंचाने का काम युवा नेता आदित्य यादव करेंगे। इससे पहले सभाओं में उम्मीदवार के रूप में शिवपाल सिंह यादव का ही नाम लिया जाता था, लेकिन शिवपाल सिंह यादव के एलान के बाद पार्टी नेता आदित्य यादव को ही उम्मीदवार मानकर वोट मांग रहे हैं। युवाओं को सपा आकर्षित कर रही है तो भाजपा इसे लेकर सियासी वार करने से नहीं चूक रही है।

-एजेंसी