राम मंदिर में रामलला का दर्शन करने के लिए हर रोज करीब डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। भीड़ को देखते हुए अयोध्या को पर्यटन नगरी के रूप मे विकसित करने की योजनाओं पर भी काम तेजी से चल रहा है।
डिप्टी डायरेक्टर पर्यटन आरपी यादव के मुताबिक, भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के संपन्न होने के बाद 22 जनवरी से अब तक करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालु रामलला का दर्शन करने पहुंचे हैं। इसमें करीब 1 लाख विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। रामनवमी में भी 40 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है।
आरपी यादव ने बताया कि इस समय भी रोजाना डेढ़ लाख से दो लाख के बीच पर्यटक अयेाध्या पहुंच रहे हैं। जो रिपोर्ट मिली है उसके मुताबिक ट्रेनों के टिकट काफी पहले से आरक्षित किए जा रहे हैं। अयोध्या आने वाली फ्लाइट्स भी पैसेजरों से भरी आ रही हैं। अयोध्या का पर्यटन अचानक से राम मंदिर के कारण बढ़ा है जिसके चलते होटल उद्योग का विकास होता जा रहा है। यहां बड़ी संख्या में होटल, रेस्टोरेंट हैं। एक हजार से ज्यादा स्टे होम भी हैं पर जल्दी कमरे खाली नहीं मिलते। दो दर्जन नए होटलों का निर्माण भी लाइन में हैं जिनको विभागीय अनुमति भी मिली है।
132 करोड़ में 6 प्रवेश द्वारों का निर्माण हो रहा
डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष की पर्यटन योजनाओं के बजट की तीन किश्त रिलीज हुई है जिन पर काम अब फाइनल स्टेज पर चल रहे हैं। अभी एक अथवा दो किश्तों का फंड शासन से और आना है। करीब 132 करोड़ में 6 प्रवेश द्वारों का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा 25 -25 करोड़ लागत से 5 कोसी परिक्रमा ,14 कोसी परिक्रमा और 84 कोसी परिक्रमा मार्गों पर पड़ने वाले धार्मिक महत्व के स्थलों को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
-एजेंसी