श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बद्रीनाथ धाम के कपाट रविवार 8 मई को सुबह खुल गए। सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर पूरे रीति रिवाज और मंत्रोच्चार के बीच कपाट खुल गए।
कपाट खुलने से पहले आदि शंकराचार्य की गद्दी और भगवान विष्णु के वाहन गरुड़जी की मूर्ति तेल कलश (गाडूघड़ा) यात्रा के साथ बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पंहुचा दी गई थी।
कपाट खुलने के साथ वहां बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं में हर्ष का माहौल छा गया। ढोल नगाड़े की धुन पर गाना-बाजा शुरू हो गया। आर्मी की धुनों के साथ ही वैदिक रीति से कपाट खोले गए।
-एजेंसियां