एक परिवार आज भी हमारी सेना को नीचा दिखाने के मौके तलाशता रहता है..हरियाणा के भिवानी में बोले PM मोदी

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हरियाणा के भिवानी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के हाथों हुई भारत की हार पर कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा है. यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “1962 में पंडित नेहरू के आभा का गुब्बारा जो फूट गया, चीन के हाथों हमारी पिटाई हुई, उन्होंने (कांग्रेस) उस हार के लिए हमारी सेना को जिम्मेदार ठहराया. वह परिवार आज भी हमारी सेना को नीचा दिखाने के मौके तलाशता रहता है. और बदले की भावना से उन्होंने 500 रुपये फेंके और कहा कि OROP (वन रैंक वन पेंशन) लागू किया जाएगा. मोदी ने बताया है कि OROP लागू करने का क्या मतलब है”

पीएम मोदी ने आगे कहा, “उन्होंने (कांग्रेस) तो आपकी आंखों में धूल झोंका था और 500 रुपये फेंके थे, लेकिन जब मोदी ने वन रैंक वन पेंशन लागू किया तो सवा लाख करोड़ रुपये लगा. अब आप बताइए, कहां सवा लाख करोड़ और कहां 500 रुपया. यह सवा लाख करोड़ रुपया पूर्व सैनिकों के खाते में जमा हो चुका है.

पीएम मोदी ने कहा कि, ‘ये चुनाव देश का प्रधानमंत्री चुनने का चुनाव है लेकिन आप सिर्फ प्रधानमंत्री नहीं चुनेंगे, बल्कि देश का भविष्य भी चुनेंगे। एक ओर आपका जांचा-परखा सेवक मोदी है। वहीं दूसरी ओर कौन है, इसका अता-पता ही नहीं है।

इंडी अलायंस वालों का हाल तो ऐसा है कि गाय ने दूध दिया नहीं, लेकिन घी खाने के लिए इंडी वालों में झगड़ा शुरू हो गया। अब ये लोग कह रहे हैं कि हर साल एक आदमी भारत का प्रधानमंत्री बनेगा। 5 साल, 5 पीएम! आप मुझे बताइए, ऐसे देश चलेगा क्या?

विपक्ष के नेता देश को फिर से गड्ढे में धकेलना चाहते हैं। देश की जनता इंडी जमात के इरादे पहले ही भांप चुकी है। इसलिए इनका ये हाल हुआ है। 5 चरणों में ही इंडी जमात का ढोल फट गया है। आपने देखा होगा कि तीसरे चरण के बाद इन्होंने रोना-धोना शुरू कर दिया। कांग्रेस और इंडी वालों के लिए देश से भी बड़ा इनका वोटबैंक है। इन लोगों ने वोटबैंक के लिए देश का विभाजन करवाया…एक भारत और दो-दो मुस्लिम राष्ट्र बनाए।

अब इंडी वाले कह रहे हैं कि बचे हुए भारत पर भी पहला अधिकार मुसलमानों का है। बंगाल में इंडी जमात के लोगों ने मुसलमानों को ओबीसी का सर्टिफिकेट दे दिया था। जो आरक्षण ओबीसी को मिलना चाहिए, वो मुसलमानों को और घुसपैठियों में बांटा जा रहा था। हाईकोर्ट ने बंगाल में पिछले 10-12 सालों में मुसलमानों को दिए सारे सर्टिफिकेट रद्द कर दिए हैं

Compiled by up18news