पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा छापेमारी को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। सीएम ममता ने बंगाल में तैनात केंद्र सरकार के अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू करने की धमकी दी। वहीं इसके ठीक एक दिन बाद मंगलवार को ईडी ने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को कोल स्कैम मामले में समन भेज दिया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चल रहे कथित कोयला घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी को 2 सितंबर को कोलकाता कार्यालय में पेश होने के लिए समन भेजा है। इसके पहले अभिषेक बनर्जी इसी मामले के सिलसिले में मार्च 2022 में नई दिल्ली में ईडी कार्यालय में केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हुए थे। बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोयला तस्करी मामले की जांच शुरू की थी। उसके बाद ईडी ने मामले की समानांतर जांच शुरू कर दी।
ईडी ने पीएमएलए कानून (PMLA) के तहत सीबीआई द्वारा दर्ज नवंबर 2020 की प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया था। इस मामले में आसनसोल और उसके आसपास के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी का आरोप लगाया गया था। ईडी ने दावा किया है कि सांसद अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं। इस मामले में ईडी अब तक दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
ईडी ने अगस्त महीने की शुरुआत में पश्चिम बंगाल में तैनात आठ आईपीएस अधिकारियों को कोयला तस्करी मामले में पूछताछ के लिए नई दिल्ली तलब किया था। इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता विनय मिश्रा मुख्य आरोपी हैं। इसके साथ ही स्थानीय कोयला संचालक अनूप मांझी भी इस मामले में मुख्य संदिग्ध है। वह कथित तौर पर अभिषेक बनर्जी का करीबी सहयोगी है।
इसके पहले सोमवार को ममता बनर्जी ने छापेमारी के विरोध में केंद्र सरकार और उसके अधिकारियों को धमकी दी थी। उन्होंने कहा, “मेरे पास भी बंगाल में सीबीआई, ईडी और अन्य केंद्रीय अधिकारियों के खिलाफ मामले हैं इसलिए अगर आप मेरे अधिकारियों को दिल्ली बुलाते हैं, तो मैं भी आपके अधिकारियों को यहां बुलाऊंगी।”
-एजेंसी