आगरा: HAL से निकाले गए संविदा कर्मचारियों के धरने का आज 4 दिन, अधिकारियों पर लगाये आरोप

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आगरा। बिना नोटिस दिए ही निकाले जाने से नाराज एचएएल के संविदा कर्मचारियों का धरना खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। धरने पर बैठे संविदा कर्मचारियों ने दो टूक शब्दों में कहा है कि एचएएल आगरा प्रशासन जब तक उनकी सुनवाई नहीं करता और उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता धरना अनवरत रूप से जारी रहेगा। फिर चाहे उन्हें इस धरने पर ही अपनी जान क्यों न देनी पड़े।

25 अप्रैल को अर्जुन नगर गेट के समीप एचएएल के अधिकारियों के खिलाफ धरने पर बैठे संविदा कर्मचारियों का धरना अनवरत रूप से जारी है। संविदा कर्मचारियों का कहना है कि वह तकनीकी रूप से इतने भी सक्षम नहीं हैं और न ही इतनी शिक्षित है कि वह कहीं और जॉब भी कर सकें। सभी की उम्र लगभग 40 से 45 के आसपास है और इस उम्र में नई जॉब मिलना भी मुश्किल है। अब तो परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब होने लगी है। इसीलिए जब तक शरीर में जान है इंसाफ पाने के लिए यह लड़ाई जारी रहेगी और यह धरना उसी लड़ाई का अहम हिस्सा है।

धरने पर बैठे पीड़ित संविदा कर्मचारियों ने बताया कि एयरफोर्स के अंदर माल वाहक विमान का कार्य एचएएल द्वारा किया जाता है लेकिन एचएएल के अधिकारियों ने उसका मेंटेनेंस करने से मना कर दिया। उसका तर्क दिया कि उनके पास कर्मचारी नहीं है जबकि कर्मचारियों को कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने स्वार्थ के चलते कर्मचारियों को निकाल दिया जबकि वो लगभग 25 साल से कार्यरत थे। जब कर्मचारियों को निकाला गया तो कोई नोटिस नहीं दिया गया और न ही उन्हें निकाले जाने की जानकारी दी।

धरने पर बैठे कर्मचारियों का आरोप है कि सन 1998 से लेकर उनका ईपीएफओ और ईएसआई का पैसा भी जमा नहीं किया गया। भ्रष्ट अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार किया और उसकी आवाज उठाई तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

संविदा कर्मचारियों का कहना है कि नौकरी से निकाले जाने का कोई भी कारण उन्हें पता नहीं है। बस यही कह दिया कि अब यहां पर आप लोगों के लिए काम नहीं है और एयरफ़ोर्स से जब काम आया तो एयरफोर्स से कह दिया कि हमारे पास काम कराने के लिए मैन पावर नहीं है। एचसीएल के उच्च अधिकारियों को सुनवाई करनी होगी, साथ ही इस मामले की जांच भी करानी होगी कि आखिरकार आगरा एचएएल को काम क्यों नहीं मिल रहा।