आगरा: आकाश के सितारे स्व. सर्वज्ञ शेखर गुप्त की प्रथम पुण्य तिथि पर पुस्तक “शेष अशेष अभिमत” का विमोचन

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आगरा: साहित्यसेवी, लेखक, कवि, पत्रकार और बैंक अधिकारी रहे और आकाश के सितारे बन चुके सर्वज्ञ शेखर गुप्त की प्रथम पुण्य तिथि पर उनकी दूसरी पुस्तक “शेष विशेष अभिमत” का लोकार्पण वाकई अद्भुत रहा। पुस्तक का तीन बार लोकार्पण किया गया। सर्वज्ञ शेखर के सभी परिजनों ने मंच पर आकर लोकार्पण किया। अपने पति सर्वज्ञ के प्रति आगरावासियों का प्रेम देखकर उनकी पत्नी रजनीगंधा गुप्ता भावुक हो गईं। वे सुबकने लगीं। धन्यवाद देते समय गाजियाबाद से आए चन्द्रशेखर गुप्ता का गला रुँध गया। फिर उन्होंने स्वयं को संभाला। मंत्रोच्चार भी हुआ। जय श्रीकृष्ण की गूंज हुई। ऐसे धार्मिक और मार्मिक वातावरण पुस्तक का विमोचन होने वाकई अद्भुत और अकल्पनीय है। वक्ताओं ने सर्वज्ञ शेखर गुप्त के बारे में संस्मरण साझा किए तो हर कोई उनके प्रति श्रद्धानवत हो गया। कार्यक्रम एक होटल में हुआ।

मुख्य अतिथि के रूप में आए उत्तर प्रदेश के होमगार्ड एवं कारागार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धर्मवीर प्रजापति ने संतों से आग्रह किया कि वे लोगों में प्रकृति और ईश्वर के प्रति आस्था जताएं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के जेलों में संस्कार भी दिए जाएंगे। जब व्यक्ति जेल से छूटकर आएगा तो लोग संस्कार के मामले में उसकी प्रशंसा करेंगे। जेलों में गायत्री मंत्र शुरू कर दिया गया है। जेलों को इस तरह का बनाएंगे कि अन्य प्रदेशों के लिए नजीर बन जाएगी। कहा कि कोरोना में देख लिया संबंध, पैसा भी काम नहीं आया, सिर्फ इंसानियत काम आई। इंसानियत का पाठ सबको पढ़ाए जाने की जरूरत है। डॉ. प्रजापति ने सर्वज्ञ शेखर गुप्त की लेखनी को सराहते हुए कहा- उन्होंने सम-सामयिक विषयों पर अपनी लेखनी चलाई और समाज को लेखन के क्षेत्र में नए संस्कार दिए।

आगरा उत्तर से भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने सर्वज्ञ शेखर गुप्त की लेखनी को सराहा। उन्होंने कहा कि राजनीति को खराब बताने वाले जान लें कि राजनीति तो रहेगी। जो राजनीति को खराब कर रहे हैं, उन्हें सही करने का काम आपका है। साहित्यकारों ने राज नेताओं पर हमेशा कटाक्ष किया है लेकिन अब कश्मीर और राम मंदिर पर लिखी गईं कविताएं बेकार हो गई हैं।

विमोचन करते हुए पद्मश्री डॉ. उषा यादव ने कहा कि सर्वज्ञ शेखर गुप्ता ने जिस प्रकार से समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभाई, उतने ही वे साहित्य प्रेमी थे। साहित्य और समाज के प्रति उनके समर्पण को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके सारगर्भित लेखन में बहुत कुछ छिपा रहता था।

प्रसिद्ध साहित्यवेत्ता डॉ. राजेन्द्र मिलन ने कहा कि साहित्यकारों ने राजनीति को मार्ग दिखाने का काम किया है। इस संबंध में उन्होंने प्रसिद्ध गीतकार सोम ठाकुर का उदाहरण दिया।

मनकामेश्वर मंदिर के महंत योगेश पुरी ने कहा कि व्यक्ति मर जाता है लेकिन व्यक्तित्व कभी नहीं मरता है। सर्वज्ञ शेखर गुप्त ऐसे ही व्यक्तित्व थे।

अध्यक्षता करते हुए नागरी प्रचारिणी सभा की सभापति और स्वाधीनता सेनानी रानी सरोज गौरिहार ने कहा कि समाज का दर्पण साहित्य है और उसी साहित्य का सृजन सर्वज्ञ शेखर ने किया। उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।

कवि सोम ठाकुर और डॉ. धर्मवीर प्रजापति का सम्मान

समारोह में राज्यंमत्री डॉ. धर्मवीर प्रजपापति और विख्यात कवि सोम ठाकुर को सम्मानित किया गया। करुणेश परिवार के चंद्रशेखर गुप्त, संजय गुप्त, आदर्श नंदन गुप्ता, शरद गुप्ता ने उन्हें शाल ओढ़ा कर माला पहनाई और प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस अवसर पर कवि सोम ठाकुर ने कहा कि युवा पीढ़ी में गीतों को प्रति रुचि बढ़ानी होगी। कविताओं में जो गिरावट आई है, उसे सुधारना होगा।

प्रसिद्ध कवि अशोक अश्रु अभिमत ने पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा-

आज आकाश के सितारे हैं सर्वज्ञ शेखर गुप्ता

आज धरती के दुलारे हैं सर्वज्ञ शेखर गुप्ता

शेष अशेष आलेख और मेरे इक्यावन अभिमत

स्वयं की कलम से निखारे हैं सर्वज्ञ शेखर गुप्ता

स्वागत भाषण इंजीनिर अभिजात्य गुप्ता (गुड़गांव) ने व धन्यवाद ज्ञापन चंद्रशेखर गुप्ता (गाजियाबाद) ने किया। रजनीगंधा गुप्ता, इंजी. अभिनव गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया। निखिल प्रकाशन के मोहन मुरारी शर्मा और निखिल शर्मा ने पुस्तक की प्रस्तोता रजनी गंधा गुप्ता और लेखक संजय गुप्त का शॉल व शील्ड के साथ सम्मानित किया।

उल्लेखनीय उपस्थिति

कार्यक्रम में सत्यमेव जयते से मुकेश जैन, डॉ. शशि तिवारी, डॉ. मधुरिमा शर्मा, अच्छे समाजसेवी बृजेश पंडित, डॉ. कुसुम चतुर्वेदी, वरिष्ठ पत्रकार आनंद शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह, डॉ. विनोद कुमार माहेश्वरी, सुनील जैन लीडर्स आगरा, डीजीसी अशोक चौबे, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. महेश धाकड़, रंगकर्मी अनिल जैन, रंगकर्मी उमाशंकर मिश्र, बैंक अधिकारी विजय कुमार गोयल, अशोक अश्रु,  डॉ. शशि गोयल, राज कुमार रंजन, डॉ. गिरधर शर्मा, रंजीत सामा, कवि डॉ. रुचि चतुर्वेदी,  कवि सुशील सरित, प्रसिद्ध गजलकार अशोक रावत, समाजसेवी सुनील विकल, स्वराज्य टाइम्स से इंजीनियर बृजेश शर्मा, पूर्व पुलिस अधिकारी कपिल शर्मा, अजय शर्मा,  ब्रजेश शर्मा, प्रेम राजावत, श्रुति सिन्हा, पापा के संस्थापक दीपक सरीन, राजकुमार आदि अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। समारोह का सरस संचालन निशिराज जैन ने किया।

-up18 News


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