आगरा। श्री महालक्ष्मी भक्त मण्डल सेवा समिति के नाम पर चल रही फर्जी कार्यकारिणी द्वारा चंदा वसूली और आयोजन को लेकर संस्था के पदाधिकारियों ने सख्त रुख अपनाया है। कमला नगर स्थित एक होटल में आयोजित बैठक में श्री महालक्ष्मी भक्त मण्डल सेवा समिति (रजि.) ने स्पष्ट कहा कि मंदिर में कोई भी धार्मिक आयोजन करने पर उन्हें आपत्ति नहीं है, लेकिन संस्था के नाम का दुरुपयोग करते हुए फर्जी रसीदों से चंदा वसूली अस्वीकार्य है।
समिति के अध्यक्ष एडवोकेट विशाल बिंदल ने बताया कि संस्था का पंजीकरण 30 अगस्त 2015 को हुआ था। लंबे समय तक संजय अग्रवाल अध्यक्ष रहे, लेकिन उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते 24 नवंबर 2024 को आमसभा बुलाई गई। संविधान के अनुसार कोरम पूरा होने पर पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया था।
05 जनवरी 2025 को आमसभा में सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी गठित की गई, जिसमें अध्यक्ष – एड. विशाल बिंदलस महामंत्री – विकास मित्तल और कोषाध्यक्ष – अमित गुप्ता चुने गये। इस गठन की सूचना तत्काल उपनिबंधक, चिट्स फर्म सोसाइटी कार्यालय को दे दी गई थी।
महामंत्री विकास मित्तल ने बताया कि पांच माह बाद संजय अग्रवाल, मनोज जैन और अशोक सिंघल ने फर्जी तरीके से खुद को क्रमशः अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष दर्शाते हुए एक मनगढ़ंत कार्यकारिणी सूची उपनिबंधक कार्यालय में दाखिल की। इस पर उपनिबंधक कार्यालय ने दोनों पक्षों को नोटिस भेजा। हमारी वास्तविक समिति ने उप निबंधक को साक्ष्यों के साथ जवाब देकर फर्जीवाड़े के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है।
कोषाध्यक्ष अमित गुप्ता ने बताया कि ये लोग संस्था के नाम पर 13 से 17 अगस्त 2025 को एक बड़ा धार्मिक आयोजन कर रहे हैं। अमित गुप्ता ने आरोप लगाया कि ये लोग संस्था के नाम से चंदा और दान वसूल रहे हैं। यह आयोजन श्री महालक्ष्मी भक्त मण्डल सेवा समिति (रजि.) की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस फर्जी आयोजन को तत्काल रोकने की मांग पुलिस उपायुक्त (नगर), उपनिबंधक और थाना कमला नगर से की गई है। इन लोगों ने उप निबंधक के पहले नोटिस पर भी कोई जवाब नहीं दिया था। उप निबंधक ने अब 21 जून को दूसरा नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
उपाध्यक्ष अविनाश राणा ने कहा कि पिछले दस वर्षों में संस्था में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता व्याप्त रही। हाल ही में एक पुराने बैंक खाते में लेन-देन का बड़ा घोटाला उजागर हुआ है, जिसकी जांच जारी है। उन्होंने कहा, हमें धार्मिक आयोजनों से कोई आपत्ति नहीं है, बस कोई फर्जी कार्यकारिणी हमारी संस्था के नाम का दुरुपयोग न करे, और संस्था के नाम पर रसीदें देकर चंदा लेना तुरंत बंद करे।
बैठक में संरक्षक: मोहन गर्ग, अमित ग्वाला, अमित अग्रवाल, नीरज वर्मा, रीतेश गुप्ता, अतुल अग्रवाल, एसपी सिंह, अंशुल अग्रवाल, आनंद शर्मा, उमेश यादव, राकेश गुप्ता, नागेंद्र अग्रवाल, समय गुप्ता, रवि कुमार, आदित्य, सोनी आदि मौजूद रहे।