नई दिल्ली। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी गर्मी छुट्टियां मनाने के लिए शिमला पहुंची है। जहां उनकी तबीयत बिगड़ गई है। इसके बाद उन्हें इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला ले जाया गया।
सूत्रों के अनुसार डाॅक्टरों ने यहां उनका ईसीजी व एमआरआई किया। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना भी आईजीएमसी पहुंचे हैं। बता दें, सोनिया गांधी बीते सोमवार को छुट्टियां मनाने शिमला पहुंची थी। वह अपनी बेटी एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के छराबड़ा स्थित घर में ठहरी हैं। यह उनका शिमला का निजी दौरा है।
फिलहाल डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए है। सूत्रों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी थोड़ी देर में IGMC पहुंच सकते हैं। उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर से पार्टी में भी हलचल मच गई है।
पिछले चार-पांच वर्षों में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी की तबीयत कई बार खराब हुई है और उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। सोनिया गांधी लंबे समय से श्वसन संबंधी समस्याओं और पोस्ट-कोविड जटिलताओं से पीड़ित रही हैं। साल 2022 में उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में सांस लेने में तकलीफ और वायरल फीवर के चलते भर्ती कराया गया था। इसके बाद जून 2022 में कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें दोबारा भर्ती कराना पड़ा। सितंबर 2022 में भी उन्हें स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली के अस्पताल में एडमिट किया गया।
सोनिया गांधी की उम्र 78 साल है। लगातार बढ़ती उम्र और उनकी मेडिकल जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नियमित चेकअप और इलाज चलता रहा है। उम्र बढ़ने के साथ उनके स्वास्थ्य को लेकर कांग्रेस पार्टी हमेशा सतर्क रही है और हर बार उनके इलाज के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी अस्पताल में मौजूद रहते हैं। हालिया शिमला दौरे में भी विश्राम के इरादे से वह पहुंची थीं, जहां उनकी तबीयत दोबारा बिगड़ गई।
विदेश में भी चल रहा सोनिया गांधी का इलाज
सोनिया गांधी का इलाज विदेश में भी हुआ है, खासकर अमेरिका के न्यूयॉर्क में। वर्ष 2011 में पहली बार उन्हें गंभीर बीमारी के इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया था, हालांकि उस समय बीमारी का खुलासा नहीं किया गया। इसके बाद वह नियमित जांच और फॉलोअप के लिए साल 2012, 2013, 2016 और फिर 2022 में भी न्यूयॉर्क गई थीं। हर बार उनके साथ प्रियंका गांधी या राहुल गांधी भी मौजूद रहते थे। पार्टी की ओर से बीमारी को लेकर गोपनीयता बरती गई, लेकिन यह साफ है कि उनकी तबीयत लंबे समय से चिंता का विषय रही है।
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