बस्ती, (राहिल खान): यूपी के बस्ती शहर की सड़कों की हालत पर बात शुरू हो, तो सबसे पहले नाम आता है सिविल लाइन का वही इलाका जिसे बस्ती का सबसे ‘पॉश’ और ‘वीआईपी’ जोन कहा जाता है। लेकिन हकीकत इतनी बदतर है कि सड़कें खुद शर्म से धंस जाती हैं यह इलाका सिर्फ आम जनता नहीं, बल्कि बस्ती के आला अधिकारी, वर्तमान नगर पालिका अध्यक्षा रूपम वर्मा और विधायक महेंद्र यादव का निवास स्थल भी है।
लेकिन विडंबना देखिए यहां की सड़कें टूटी हुई, गड्ढों से भरी और जानलेवा बन चुकी है जनता के लिए जो विकास सिर्फ कागजों में होता है, उसकी पोल इस सड़क की हालत खोल कर रख देती है जब जिम्मेदार लोग अपने दरवाज़े के आगे की सड़क तक नहीं बनवा पा रहे, तो बाकी बस्ती की हालत का अंदाज़ा आप खुद लगा लीजिए
सवाल ये नहीं कि सड़क क्यों टूटी है, सवाल ये है कि क्या बस्ती की जनता सिर्फ वोट देने के लिए है सिविल लाइन की सड़कें अब सिर्फ रास्ता नहीं, एक तमाचा बन चुकी हैं— उन पर जो खुद को विकास पुरुष/स्त्री कहलाना पसंद करते हैं।