कामर्शियल मिक्स्ड संपत्तियों से आगरा नगर निगम के टैेक्स में 27.65 करोड़ की वृद्धि

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आगरा। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के निर्देशन में नगर निगम अपनी आय में उत्तरोत्तर वृद्धि कर रहा है। अनावासीय मिश्रित संपत्तियों से ही वर्तमान वित्तीय वर्ष में निगम के हाउस टैक्स की वार्षिक मांग में 27.65 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। इनमें से 17334 रिवाइज्ड संपत्तियों पर से 14.61 करोड़ से अधिक की अभी तक वसूली की जा चुकी है।

अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष में ही निगम द्वारा चिंहित की गई 83 हजार कामर्शियल मिक्स्ड संपत्तियों में से 81 हजार का सत्यापन कर लिया गया है। आपत्तियों के निस्तारण के उपरांत आर आई के माध्यम से इनमें से 52446 सम्पत्तियों को नगर निगम पोर्टल पर अपलोड भी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि समस्त जोन में टैक्स सुपरिटेंडेंट, कर निर्धारण अधिकारी और आर आई को सितंबर माह के लिए टैक्स वसूली का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। इन कर्मचारियों ने पिछले साल सितंबर माह में जो वसूली की थी उससे तीस प्रतिशत अधिक की वसूली का लक्ष्य दिया गया है । प्रतिदिन वसूली की समीक्षा की जा रही है।

गृह कर छूट में एक सप्ताह शेष

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी के अनुसार नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में पिछले दिनों मुहर लगने के बाद गृहकर बकायेदारों को 30 सितंबर 2024 तक दस प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। सितंबर माह के उपरांत टैक्स में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी। इसलिए शहरवासी अभी दी जा रही छूट का लाभ उठाएं।

उल्लेखनीय है कि नगर निगम पार्षदों के द्वारा लंबे समय से वित्तीय वर्ष 24-25 के गृहकर बकायेदारों को छूट देने की मांग की जा रही थी। पिछले दिनों हुई नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में इसके प्रस्ताव पर मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने अपनी मुहर लगाई थी।

पिछले साल नगर निगम द्वारा कराये गये सर्वे में नगर निगम सीमा में सवा तीन लाख घर और सम्पत्तियों की पहचान की गयी थी। इनमें से साल 2023-24 के दौरान सिर्फ एक लाख लोगों के द्वारा ही कर जमा कराया गया था। सवा लाख के करीब सम्पत्तियां ऐसी थीं जिन्होंने कर जमा ही नहीं कराया था। इसी प्रकार साल 2022-23 में नगर निगम को 86 हजार कर दाताओं ने ही टैक्स अदा किया। वर्तमान वित्तीय वर्ष में करदाताओं की संख्या बढ़कर एक लाख से अधिक हो गयी है।

अंकित खंडेलवाल, नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं। राजस्व वसूली में लगाई गई टीमों की प्रतिदिन प्रगति रिपोर्ट ली जा रही है। राजस्व वसूली में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी अधिकारी कर्मचारी इसमें लापरवाही बरतेगा उस पर कार्रवाई तय है ।