भाजपा विधायक के पुलिस ‘कमिश्नरेट’ को ‘कमीशन-रेट’ बताने पर अखिलेश यादव ने कसा तंज, बोले- अब तो कुशासन को स्वीकार कीजिए

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने भाजपा विधायक के पुलिस पर लगाए गए आरोपों को लेकर सरकार को घेरा है। साथ ही पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, ये कमिश्नरेट वसूली का विकेंद्रीकरण है।

प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और छावनी क्षेत्र के भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश द्वारा आगरा की पुलिस कमिश्नरेट नहीं बल्कि कमीशन रेट बताते हुए लिखे पत्र पर सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि भाजपा राज में ‘कमिश्नरेट’ दरअसल ‘करेपश्नेट’ बन गये हैं।

विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने पत्र लिखकर आगरा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, इसमें लिखा है कि एक सप्ताह पूर्व थाना छत्ता पुलिस ने एक गैर जमानती वारंटी को पकड़ा और दो घंटे बाद ही छोड़ दिया गया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टोलरेंस की सोच को पलीता लगा रहे हैं, भूमाफियाओं एवं अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। जबकि भाजपा के दायित्वान कार्यकर्ताओं को अनावश्यक गंभीर धाराएं लगाकर उनहें जेल भेजा जा रहा है।

उनका पत्र मीडिया में वायरल होने पर अखिलेश यादव ने पत्र का हवाला देते हुए ट्वीट किया, “उप्र के माननीय मुख्यमंत्री जी कम-से-कम अब तो अपने शासन-प्रशासन के कुशासन को स्वीकार कर लीजिए क्योंकि अब तो आपके ही विधायक पुलिस ‘कमिश्नरेट’ को ‘कमीशन-रेट’ की उपाधि से सुशोभित कर रहे हैं। अब क्या इस आलोचना के बाद आप उन पर भी एफ़आइआर लिखवाएंगे या बुलडोज़र का डर दिखलाएंगे। भाजपा राज में ‘कमिश्नरेट’ दरअसल ‘करेपश्नेट’ बन गये हैं। कमिश्नरेट वसूली का विकेंद्रीकरण है।”