सदियों पुराने रीति-रिवाजों के अनुसार महंत दीपेंद्र गिरी के नेतृत्व में श्री अमरनाथ की छड़ी मुबारक को रविवार को पूजा के लिए ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर, श्रीनगर ले जाया गया। वैदिक मंत्रोच्चार करते हुए पूजन किया गया।
कोविड महामारी के कारण कुछ चुनिंदा साधुओं ने इस पूजन में हिस्सा लिया जिसमें जम्मू-कश्मीर समेत विश्व में शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना भी की गई।
छड़ी मुबारक को शारिका-भवानी मंदिर, हरि पर्वत, श्रीनगर ले जाया जाएगा ताकि कल 9 अगस्त 2021 को देवी की पूजा की जा सके। दशनामी अखाड़ा श्रीनगर में स्थित श्री अमरेश्वर मंदिर में 11 अगस्त को छड़ी का पूजन कर वहां स्थापित किया जाएगा। आखिरी पड़ाव में छड़ी को चॉपर से पवित्र गुफा तक पहुंचाया जाएगा। कोविड के कारण इस साल अमरनाथ यात्रा को रद्द किया गया है।
24 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा (व्यास पूर्णिमा) पर अमरनाथ छड़ी मुबारक यात्रा प्रारंभ की गई थी। पहलगाम में भूमि पूजन, नवग्रह पूजन और ध्वजारोहण की रस्म अदा की गई थी।
-एजेंसियां