शुक्रवार को इसी मामले में एक अन्य नेता के घर छापेमारी के दौरान हमले में ईडी के तीन अधिकारी घायल हो गए थे.
वहीं इस घटना पर ईडी ने शुक्रवार की रात एक बयान जारी किया और बताया कि ये हमला कैसे हुआ.
हमले पर आया ईडी का बयान
ईडी ने सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर कहा, “पश्चिम बंगाल के जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय शुक्रवार को उत्तर 24 परगना में टीएमसी संयोजक शाहजहां शेख़ के तीन परिसरों की तलाशी ले रही थी.”
“तलाशी के दौरान इनमें से एक परिसर में, सीआरपीएफ कर्मियों और ईडी की टीम पर 800-1,000 लोगों ने जान लेने के इरादे से हमला किया. उन लोगों के पास लाठी, पत्थर और ईंट जैसे हथियार थे. इस घटना में ईडी के तीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल ईडी अधिकारियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.”
“हिंसक भीड़ ने ईडी अधिकारियों के निजी या आधिकारिक सामान जैसे उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, वॉलेट आदि भी छीन या लूट या चुरा लिए. साथ ही ईडी के कुछ वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया.”
इस मामले को लेकर राज्य में राजनीति तेज़ हो गई है. पक्ष और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर टीका टिप्पणी कर रहे हैं.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को विधाननगर अस्पताल जाकर घायल ईडी अधिकारियों से मुलाक़ात की और कहा कि इस मामले को यूं ही जाने नहीं दिया जाएगा.
उन्होंने हमले के बाद राज्य के गृह सचिव और DGP को मिलने के लिए बुलाया.
राशन घोटाला मामले में पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक पहले से ही जेल में बंद हैं. ईडी ने उन्हें कुछ महीने पहले गिरफ़्तार किया था.
-एजेंसी
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.