वीर बाल दिवस पर बोले पीएम मोदी, अपनी विरासत पर गर्व दुनिया का नजरिया बदल देती है

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इस दौरान मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। गुरु गोविंद सिंह और उनके चारों बेटों की वीरता हर भारतीय को ताकत देती है। ये दिवस उन वीरों के शौर्य की सच्ची श्रद्धांजलि है।

पीएम ने आगे कहा कि हमने पिछले साल से ये दिवस मनाना शुरू किया था। इस साल कई देशों में यह कार्यक्रम मनाया गया। जब हम अपनी विरासत पर गर्व करना शुरू करते हैं तो दुनिया हमें अलग नजरिए से देखती है।

PM मोदी के भाषण की 5 बातें

भारत के इतिहास पर: भारत वो देश है, जहां चंद्रगुप्त मौर्य जैसा युवा एक महान साम्राज्य बना लेता है। भारत वो देश है, जहां बालक ध्रुव कठोर तपस्या करता है। भारत वो देश है, जहां एकलव्य जैसा वीर कठिन तपस्या करके दिखा देता है। भारत वो देश है, जहां खुदीराम बोस, बटुकेश्वर दत्त, रानी गाइडिल्यू जैसे क्रांतिकारियों ने अपने शौर्य से आदर्श पेश किया।

अर्थव्यवस्था पर: आज जब मैं भारत को तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात करता हूं तो मेरे मन में युवा रहते हैं। 2047 का भारत कैसा होगा, इसकी तस्वीर युवाओं को ही बनानी है। सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार मिले, सभी को मौके मिलें, हमारी सरकार इसी दिशा में काम कर रही है।

विदेश भी फॉलो कर रहे: इस साल अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएई और ग्रीस भी वीर बाल दिवस का कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। जब हम अपनी विरासत पर गर्व करना शुरू कर देते हैं तो दुनिया अलग नजरिए से हमें देखती है। आज भारत को अपने लोगों, उनकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।

युवाओं पर: आज भारत, दुनिया के उन देशों में से है, जो देश सबसे ज्यादा युवा देश है। इतने युवा तो भारत की आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं थे। उस युवाशक्ति ने देश को आजादी दिलाई तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है… यह कल्पना से परे है। आने वाले 25 साल हमारी युवाशक्ति के लिए बहुत बड़ा अवसर लेकर आ रहे हैं।

सरकार की नीतियों पर: भारत का युवा किसी भी क्षेत्र में, समाज में पैदा हुआ हो, उसके सपने असीम हैं। इन सपनों को पूरा करने के लिए सरकार के ​पास स्पष्ट रोड मैप है, स्पष्ट विजन है, स्पष्ट नीति है और नीयत में कोई खोट नहीं है।

अमित शाह पश्चिम बंगाल में गुरुद्वारा पहुंचे

गृह मंत्री अमित और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल में वीर बाल दिवस मनाया। उन्होंने X पर लिखा- वीर बाल दिवस पर मैं गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादे और माता गुजरी जी को नमन करता हूं। सर्वोच्च साहस के साथ वे क्रूर मुगल शासन के खिलाफ खड़े हुए थे। उन्होंने धर्म परिवर्तन के बजाय शहादत को चुना। उनकी वीरता आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

अमेरिका में भी मनाया गया वीर बाल दिवस

अमेरिका के वॉशिंगटन में भी वीर बाल दिवस मनाया गया। सिख कम्युनिटी के लोगों ने इस दिवस को मनाने की शुरुआत करने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद किया। इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन के संयोजक सतनाम सिंह संधू ने कहा- इस दिवस के मनाने से लोगों को सिखों के इतिहास के बारे में जानने को मिल रहा है। इसके अलावा न्यूजीलैंड, ग्रीस और कनाडा में भी वीर बाल दिवस के मौके पर साहिबजादों को याद किया गया।

क्यों मनाया जाता है वीर बाल दिवस?

गुरु गोविंद सिंह के तीन पत्नियों से चार बेटे थे, जिनका नाम अजीत, जुझार, जोरावर और फतेह था। इन्हें साहिबजादे भी कहा जाता है। 26 दिसंबर 1705 को चारों बेटों की मुगल सेना ने हत्या कर दी थी। उनकी शहादत का सम्मान करने के लिए PM मोदी ने 2022 में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी। गुरु गोविंद सिंह जी के बेटों पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डाला गया था। इसके बजाय उन्होंने शहादत को चुना था।

-एजेंसी


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