लोकसभा में हंगामे पर सख्त कार्रवाई, विपक्ष के 31 सांसदों को निलंबित किया

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केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों को निलंबित करने की मांग रखी। इसके बाद आसन ने इन सदस्यों को सस्पेंड कर दिया। गौरतलब है कि 13 सांसदों को शुक्रवार को पूरे सत्र के लिए पहले ही निलंबित किया गया था। इस तरह सदन से अबतक 44 विपक्षी सांसद निलंबित कर दिए गए हैं।

सांसदों को निलंबित करने के बाद लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि स्पीकर ओम बिरला ने सभी सदस्यों से सदन में प्लेकार्ड यानी तख्तियां नहीं लाने का आग्रह किया था लेकिन संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर विपक्षी सांसद लगातार तख्तियां आसन के सामने दिखा रहे थे।

विपक्ष हुआ लाल

सरकार की कार्रवाई के बाद विपक्ष लाल है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार का काम है सदन चलाना। हमें निलंबित करके आवाज दबाई जा रही है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार गृह मंत्री अमित शाह को बचाना चाहती है। चौधरी ने कहा कि हम पिछले दो दिन से अपने पहले निलंबित किए गए सांसदों का निलंबन खत्म करने की मांग कर रहे थे। हम संसद में सुरक्षा चूक पर बहस की मांग कर रहे थे।

निलंबित सांसदों के नाम

-कल्याण बनर्जी
-ए राजा
-दयानिधि मारन
के जयकुमार
-अबरूपा पोद्दार
-प्रसून बनर्जी
-ई टी मोहम्मद बशीर
-जी सेल्वम
-सी एन अन्ना दुरई
-अधीर रंजन चौधरी
-डॉ टी सुमति
-के नवासकानी
-के वीरास्वामी
-एन के प्रेमचंद्रन
-सौगत रॉय
-शताब्दी रॉय
-असित कुमार मल
-कौशलेंद्र कुमार
-एंटो एंटनी
-एस एस पलनिमणिक्कम
-अब्दुल खलीफ
-तिरुवुकरशर
-विजय वसंत
-प्रतिमा मंडल
-काकोली घोष
-के मुरलीधरन
-सुनील कुमार मंडल
-एस रामलिंगम
-के सुरेश
-अमर सिंह
-राजमोहन उन्निथन
-गौरव गोगोई
-टी आर बालू

-एजेंसी