गोरखपुर: किराये का कमरा दिलाने या फिर लिफ्ट लेकर अश्लील वीडियो बनाने और फिर रंगदारी मांगने वाले गिरोह की दो और महिलाओं को शाहपुर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेजा गया। एक महीने पहले गिरोह के सरगना और हॉस्पिटल के आरोपी संचालक विकास सिन्हा को गिरफ्तार कर पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ किया था। तभी से आरोपी महिलाएं वांछित चल रही थीं, जिसे पुलिस ने अब गिरफ्तार किया है।
पकड़ी गई महिलाओं की पहचान देवरिया के रामपुर कारखाना इलाक के महादेव बाजार की रेखा सिंह व भलुअनी के अकटहा निवासी हेमवंती के रूप में हुई है। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने पकड़ी गईं आरोपियों के बारे में जानकारी दी। एसपी ने बताया कि मोतिहारी, बिहार के टाउनहाल, बलुआताल वार्ड नंबर 29 का रहने वाला विकास सिन्हा जेल बाइपास पर आरोही हाॅस्पिटल चलाता था। वह दवा का व्यापार भी करता था।
व्यापार व हाॅस्पिटल में शेयर के नाम पर उसने व्यापारी संजय अग्रवाल से छह लाख, प्रवीन प्रकाश से आठ लाख, अमित सिंह से पांच लाख, अमृत से 22 लाख, संजीव पांडेय से छह लाख, आलोक श्रीवास्तव से छह लाख और गोरखनाथ, चक्सा हुसैन के रहने वाले इम्तियाज से 10 लाख लिए थे।
सभी लोगों के रुपये हड़पकर कर उसने शाहपुर क्षेत्र में ही एक और हाॅस्पिटल खोल लिया। रुपये वापस मांगने पर विकास ने रेखा सिंह व हेमवंती पटेल से इम्तियाज के विरुद्ध चिलुआताल व गोरखनाथ थाने में केस दर्ज करा दिया। तीन वर्ष के भीतर इन लोगों ने इम्तियाज पर कुल पांच केस दर्ज करा दिए, जिसमें समझौता कराने के नाम पर उससे 50 लाख रुपये रंगदारी मांग रहे थे।
इम्तियाज की पत्नी सैबा अनवर की शिकायत पर मामले की जांच की गई तो आरोप सही मिला। इसके बाद रंगदारी मांगने, धमकी देने और संजय अग्रवाल ने जालसाजी कर रुपये हड़पने का केस दर्ज किया गया। 19 अक्तूबर को शाहपुर थाना पुलिस ने विकास सिन्हा को गिरफ्तार कर गिरोह का पर्दाफाश किया और अब दो अन्य आरोपियों को जेल भेजा गया।
Compiled; up18 News
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