Agra News: नियम ताक पर, एमडी जैन कालेज की दीवार के सहारे अस्थाई टॉयलेट्स पर उठे सवाल

स्थानीय समाचार

स्कूल और मंदिर के निकट सामूहिक टॉयलेट्स बनाने पर आपत्ति

अपशिष्ट खुली नालियों में बहाए जाने के आरोप, जताई बीमारियों की आशंका

अनुमति देने पर भी उठे सवाल, मोबाइल टॉयलेट्स का उपयोग क्यों नहीं

आगरा: शहर के हरीपर्वत चौराहे से घटिया आजम खां की ओर बढ़ने पर एमडी जैन इन्टर कॉलेज की दीवार के सहारे बड़ी संख्या में अस्थाई टॉयलेट शहरवासियों के बीच चर्चा का मुद्दा बन गए हैं। इन टॉयलेट में इंग्लिश व देशी सीट्स लगाई गई हैं। पानी आदि की भी पूरी व्यवस्था की गई है। आधे टॉयलेट तैयार हो चुके हैं तो आधे में अभी गेट लगना रह गए हैं।

बताया जा रहा है कि शहर में इस समय चार हजार जैन श्रद्धालु पहुंचे हैं। ये सभी दिगम्बर जैन श्रद्धालु एमडी जैन स्थित महावीर दिगंबर जैन मंदिर में शुरू हुए श्रावक संस्कार शिविर में पहुंचे हैं।

आगरा में भोपाल, ललितपुर, आसाम, इंदौर, फिरोजाबाद, बरेली सहित कई शहरों से ये श्रद्धालु यहां आए हुए हैं। यह शिविर दस दिन तक यहां चलेगा। ऐसे में इनके लिए ये अस्थाई व्यवस्था की गई है।

इन टॉयलेट्स को लेकर शहर के प्रबुद्ध वर्ग के एक व्हाट्स एप ग्रुप में आज खूब चर्चा हुई। दरअसल एक समाचार पत्र द्वारा इन टॉयलेट्स पर सवाल खड़े किए गए और कहा गया कि इनके अपशिष्ट को भी खुली नालियों में बहाने का इंतजाम कर दिया गया है जिससे न केवल बदबू और सड़ांध बढ़ेगी बल्कि कई बीमारियां भी जन्म ले सकती हैं। दावा किया गया कि आयोजकों ने नियमों को ताक पर रखकर इनका निर्माण कराया और नगर निगम के अधिकारी भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।

इस खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक भाजपा नेत्री ने सवाल खड़े किए कि क्या यह नियमानुसार है और यदि किसी और संप्रदाय ने यह कार्य किया होता तो क्या लोग चुप रहते?

इसके बाद एक अन्य सदस्य ने स्कूल और जैन मंदिर के बाहर सड़क किनारे इन टॉयलेट्स को बनाए जाने पर तंज कसा।

खुद जैन समाज से जुड़े एक अन्य सदस्य ने जैन समाज के लोगों को इंगित करते हुए कहा कि शहर में अव्यवस्था फैलाने का अधिकार किसी को नहीं है, यदि आयोजन बड़ा था तो उसे खुली जगह में करना चाहिए था। उन्होंने आयोजन की अनुमति पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि विकल्प के तौर पर मोबाइल टॉयलेट्स का प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने इस मामले में प्रशासन और पुलिस दोनों से हस्तक्षेप की मांग की