सनातन धर्म में प्रथम पूज्य माने गए भगवान गणेश का जन्मोत्सव 19 सितंबर से प्रारंभ होगा और अनंत चतुर्दशी के साथ समाप्त होगा. मान्यता है कि 10 दिनों के गणेश उत्सव के दौरान बप्पा धरती पर ही रहते हैं और अपने भक्तों के कष्ट दूर करते हैं.
गणेश चतुर्थी को गणेश जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था. इस साल ये तिथि 19 सितंबर को पड़ रही है. ऐसे में 19 सितंबर से ही गणेश उत्सव शुरू होगा जो अगले 10 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा और 11वें दिन गणेश विसर्जन किया जाएगा.
पंचांग के अनुसार गण भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर शुरू हो रही है जो 19 सितंबर को रात 8 बजकर मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के मुताबिक गणेश चतुर्थी का त्योहाक 19 सितंबर को मनाया जाएगा. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11.01 बजे से शुरू होकर दोपहर 01.28 मिनट तक रहेगा. यानी पूजा का शुभ मुहूर्त केवल 2 घंटे 27 मिनट का ही है.
गणेश चतुर्थी का महत्व
ज्ञान, बुद्धि और सुख समृद्धइ के देवता भगवान गणेश की पूजा अर्चना से घर में खुशहाली आती है. मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन जो भी भक्त सच्चे दिल से भगवान गणेश की पूजा करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है और जीवन में सुख समृद्धि आती है. गणेश उत्सव को लेकर मान्यता ये भी कि इस दौरान पूरे 10 दिनों तक भगवान गणेश कैलाश पर्वत से आकर धरती पर रहते हैं और अपने भक्तों के कष्ट दूर करके जाते हैं. ऐसे मे भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा करने से आप पर भी उनकी कृपा बरस सकती है.
– एजेंसी
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