भारत, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब को रेल मार्ग से जोड़ने की अमेरिका की कोशिश के बारे में अमेरिका के डिप्टी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने और जानकारी दी है.
अब से कुछ देर पहले एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि “सबसे पहले मैं आपको ये बता दूं कि ये केवल एक रेल परिजयोजना नहीं है बल्कि ये एक शिपिंग और रेलवे परियोजना है.”
उन्होंने कहा, “लोगों के लिए ये समझना ज़रूरी है कि ये बेहद महत्वाकांक्षी परियोजना है और बड़े पैमाने पर होगी.”
मध्य-पूर्व के इलाक़े की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि “अमेरिका इस इलाक़े में कुछ जगहों पर जो तनाव है उसे कम करने की कोशिश कर रहा है और चाहते हैं कि इस इलाक़े में स्थिरता आए और यहां के मुल्क एक दूसरे से जुड़े हों.”
दो दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुविलन ने कहा था कि अमेरिका मानता है कि मध्य-पूर्व से होते हुए भारत को यूरोप से जोड़ना बेहद ज़रूरी है और इससे इसमें शामिल देशों को आर्थिक और रणनीतिक फायदे हो सकते हैं.
माना जा रहा था कि इसे लेकर भारत में हो रहे जी-20 सम्मेलन के दौरान बातचीत हो सकती है, लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा को लेकर अब तक कुछ कहा नहीं गया है. अमेरिका की इस परियोजना को चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है.
Compiled: up18 News