आगरा: शहर के बिजलीघर बस अड्डे पर व्यावसायिक कांप्लेक्स बनाया जाएगा। लोग कपड़े, जूते से लेकर मिठाई तक यहां खरीद पाएंगे और भारतीय व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। यह आगरा मंडल का पहला बस अड्डा है जो निजी हाथ में चला गया है।
इस व्यावसायिक कांप्लेक्स पर 25 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कांप्लेक्स को बनाने का जिम्मा एजी इंटरप्राइजेज को दिया गया है। कंपनी द्वारा 90 साल तक रखरखाव किया जाएगा। शहर में आईएसबीटी, ईदगाह और बिजलीघर बस अड्डा प्रमुख हैं।
चार माह पूर्व प्रदेश सरकार ने शहर के तीनों, मथुरा, फिरोजाबाद सहित प्रदेश के 23 बस अड्डों को निजी हाथों में देने की घोषणा की थी। परिवहन निगम ने टेंडर जारी किए थे। रोडवेज के एक अधिकारी ने बताया कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) से आईएसबीटी का 200 करोड़ रुपये से, ईदगाह बस डिपो का 56 करोड़ और बिजलीघर का 25 करोड़ रुपये से विकास किया जाना था।
इस दौड़ में बिजली घर बस अड्डा सबसे आगे रहा है। एजी इंटरप्राइजेज को बस अड्डे के रखरखाव व विकसित करने का कार्य मिल गया है। इसका क्षेत्रफल पांच हजार वर्ग गज है। बस अड्डे में दो दर्जन से अधिक दुकानें बनेंगी। आगरा मंडल का ये पहला बस अड्डा है जो निजी हाथों को सौंपा गया है। एजी इंटरप्राइजेज की टीम बस अड्डे को विकसित करेगी। सबसे पहले एक हिस्से में काम शुरू होगा। जरूरत के हिसाब से बस अड्डे को समीप ही शिफ्ट किया जा सकता है।
बिजलीघर बस अड्डे से हर दिन करीब 15 हजार यात्री सफर करते हैं। यहां से बाह, ग्वालियर सहित अन्य के लिए बसें चलती हैं। आईएसबीटी से हर दिन 25 हजार और ईदगाह से 21 हजार यात्री सफर करते हैं।
रोडवेज के एक अधिकारी ने बताया कि बिजलीघर बस अड्डे में बसों के संचालन का कार्य निगम प्रशासन की टीम करेगी। निगम के अधिकारी निगरानी करेंगे। बाकी कार्य कंपनी द्वारा किया जाएगा। यहां पर मेडिकल स्टोर, एटीएम, यात्रियों के लिए वातानुकूलित कक्ष, पूछताछ केंद्र, प्रसाधन कक्ष, आरओ प्लांट की सुविधा रहेगी। जगह-जगह डिस्प्ले बोर्ड, अड्डे से 250 मीटर की दूरी पर साइनेज लगेंगे।
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