नए संसद भवन का पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन चर्चा में बना हुआ है. नई संसद का उद्घाटन 28 मई को पीएम मोदी को करना है. इस उद्घाटन का विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है.
याचिका में ये मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट निर्देश जारी करे कि ‘नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए.’
अब इस मामले पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया आई है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”जब देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के हाथों संसद देश को भेंट की जाएगी, तब एक ऐतिहासिक अवसर होगा. इस ऐतिहासिक अवसर को गरिमामयी और गौरवशाली बनाने की बजाय कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के द्वारा जिस प्रकार की बयानबाज़ी हो रही है, वो अत्यंत दुखद और गैर-ज़िम्मेदाराना है. लोकतंत्र को कमज़ोर करने वाला है.”
योगी बोले, ”देश इन बातों को स्वीकार नहीं करेगा. नई संसद आज के वक़्त को ध्यान में रखकर बनाई गई है. नई संसद दुनिया के लिए आदर्श बन सकती है लेकिन विपक्ष की बयानबाज़ी चौंकाने वाली है.”
समाचार एजेंसी एएनआई से योगी ने कहा, ”ये पहली बार नहीं है जब देश में ऐसा कोई उद्घाटन हुआ हो. इससे पहले संसद की लाइब्रेरी का उद्घाटन पूर्व पीएम राजीव गांधी ने किया था. लेकिन जिस पल को गौरवशाली बनाना था, उसे कांग्रेस धूमिल करने का प्रयास कर रही है.”
नई संसद के मुद्दे पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर पूछा- ”प्रधानमंत्री जी ने नई संसद का उद्घाटन आख़िर राष्ट्रपति जी के हाथों क्यों नहीं करवाया जा रहा है?”
Compiled: up18 News