Agra News: भूल से की गई 35 रु की शिकायत को खत्म कराने में खर्च हो गए 3500 रुपये!

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आगरा: शहर में एक युवक द्वारा 35 रुपये खाते से कटने की भूलवश की गई साइबर क्राइम सेल में शिकायत को खत्म कराने के लिए 3500 रुपये खर्च हो गए और 35 से अधिक चक्कर भी लगा लिए, लेकिन शिकायत है कि खत्म हो नहीं हो पा रही है।

बीती 13 जनवरी को नरायच निवासी पिंकू ने सोनू नामक सब्जी विक्रेता से 35 रुपये की धनिया-मिर्च खरीदे। रुपयों का भुगतान पेटीएम से किया। इसके कई घंटे बाद पिंकू के मोबाइल में 35 रुपये कटने का मैसेज आया। वह सब्जी विक्रेता को किया गया भुगतान भूल गया। उसे लगा साइबर क्राइम का शिकार हो गया है। उसने साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत कर दी। वहां से जिस खाते में 35 रुपये गए थे। उसे सीज कर दिया गया। यह खाता सब्जी विक्रेता सोनू का था।

मामला एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के प्रकाश नगर का है। यहां का निवासी सोनू सब्जी विक्रेता है। उसने बताया कि उसे बैंक खाता सीज होने का तुरंत पता नहीं चला। उसे 17 फरवरी को स्कूल में बच्चों की फीस जमा करनी थी। वह खाते से रुपये निकालने गया। पता चला कि खाता सीज हो चुका है। बैंक के स्टाफ ने बताया कि उसके खाते में किसी ने 35 रुपये भेजे थे। इसकी शिकायत होने पर साइबर क्राइम हेल्पलाइन ने उसका खाता सीज कर दिया।

सोनू ने साइबर सेल आगरा से पिंकू का मोबाइल नंबर हासिल किया। नंबर पर ग्राहक सेवा केंद्र पर जाकर 35 रुपये पिंकू के पेटीएम में भेजने का प्रयास किया। ग्राहक सेवा केंद्र वाला पिंकू को जानता था। उसकी मदद से पिंकू से संपर्क किया। अपना खाता अकारण सीज कराने की शिकायत पिंकू से की। उसे लेकर बैंक गया तो वहां से बताया गया कि दोनों साइबर सेल में जाएं। वहां अपनी स्थिति स्पष्ट करें।

साइबर सेल पहुंचे तो वहां पता चला कि खाता दोबारा चालू कराने की प्रक्रिया में समय लगेगा। पिंकू अपनी गलती सुधारने के लिए सोनू के साथ फरवरी से बैंक, थाने और साइबर सेल के बीच घनचक्कर बने हुए हैं। सोनू और पिंकू ने बताया कि अब तक 35 से अधिक चक्कर काट चुके हैं। अब तक भागदौड़ और पेट्रोल आदि में 3500 रुपये खर्च कर चुके हैं।