आगरा: इन दिनों अस्पतालों में मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीज अधिक आ रहे हैं। बच्चे हो या फिर बड़े अधिकतर मरीजों में पेट संबंधी बीमारियां, सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीँ पहले से बीमार बुजुर्ग सांस लेने में दिक्कत की शिकायत लेकर पहुँच रहे है। यह सब नए इन्फ्लूएंजा के लक्षण से मिलते जुलते हैं। जिसने जिला अस्पताल प्रशासन की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस संक्रमण को लेकर जिला अस्पताल प्रशासन अलर्ट हो गया है। सर्दी जुकाम व सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों के ब्लड के साथ-साथ अन्य जांच भी कराई जा रही है।
जिला अस्पताल की सीएमएस अनीता शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या अधिक बढ़ गई है। इनमें सर्दी, जुकाम और वायरल बुखार से ग्रसित मरीजों की संख्या अधिक है। जिस तरह के मरीजों में लक्षण दिखाई दे रहे हैं वह बिल्कुल H3N2 वायरस वाले हैं। इसीलिए ओपीडी में कोरोना गाइड लाइन का पालन कराने के निर्देश जारी किए गए हैं। आगरा शहर में भी इसका प्रकोप देखने को मिल रहा है लेकिन आगरा के जिला अस्पताल में अभी तक इस वायरस का कोई भी मरीज सामने नहीं आया है। इस वायरस के लक्षण भी कोरोना से मिलते जुलते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक कोविड प्रोटोकॉल का सही तरीके से अगर पालन किया जाए तो इस संक्रमण से भी बचा जा सकता है।
आपको बताते चलें कि कोविड-19 के बाद H3N2 वायरस तेजी के साथ पैर पसार रहा है जो लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है। अगर लोगों ने सतर्कता नहीं बरती तो यह घातक हो सकता है। इस वायरस के लक्षण भी कोविड-19 जैसे हैं। इसीलिए कोविड-19 का पालन करना बेहद जरूरी है।
H3N2 वायरस के लक्षण
चिकित्सकों ने बताया कि H3N2 वायरस के नाक बहना, शरीर में दर्द, खांसी, गले में खरास, सिरदर्द, ठंड लगना, थकान, सांस फूलना, उल्टी, दस्त, बुखार जैसे लक्षण है।
बचाव के लिए करें ये उपाय
चिकित्सकों ने कहा कि अगर यह लक्षण प्रतीत होते हैं तो मरीज को तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हाथों की सफाई रखनी जरूरी है। अगर छींक आती हैं तो मुंह पर रूमाल रख लें। पहले से बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें। अस्पताल या अन्य भीड़भाड़ इलाके से घर आने पर सैनिटाइजर का प्रयोग करें। भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने पर मास्क का प्रयोग करें।
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