मोटा वेतन और अनजानों से बात से ज्यादा दूसरों पर वक्त खर्च करने से मिलती है खुशी…जी हां, कई बार हम जिसे खुशी मान लेते हैं, उसका उल्टा ही होता है। लाेग माेटा वेतन और अपने करिअर में सफलता की काेशिश में जुटे रहते हैं। इसे ही अपनी खुशी मान लेते हैं, लेकिन यह असली खुशी नहीं होती। बल्कि हम दूसरों के लिए कितना खर्च कर रहे है इससे हमें ज्यादा खुशी मिलती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफाेर्निया के साइंस डायरेक्टर एममिलियाना सिमाेन थाॅमस ने चाैंकाने वाली ऐसी 6 चीजाें के बारे में बताया जिससे हमें लगता है कि खुशी बढ़ती है। पर वास्तव में इसका उल्टा ही होता है।
शहर में रहने, फ्री टाइम से खुशी घटती है
हमें लगता है कि हमें शहर में रहने से खुशी मिलती है, लेकिन शहरी जीवन तनाव और नाखुशी भरा होता है। ज्यादा फ्री टाइम से खुशी मिलती है, लेकिन प्रोडक्टिविटी घटती है। अनजान बने रहने से खुशी नहीं मिलती, उल्टा बात करने से खुशी मिलती है। अमेरिकी सपना लिए लोग सोचते है कि अच्छा वेतन वाला करियर और प्रमोशन मिल जाए तो जीवन आसानी से कटेगा, लेकिन ऐसा नहीं है।
लंबी यात्रा से ज्यादा दोस्त के साथ लंच से खुशी मिलती है
कपड़े, नई कार, गैजेट खरीदने से हमें खुशी नहीं मिलती। दूसराें पर पैसे खर्च करने से खुशी बढ़ती है। इसी तरह भाैतिक चीजाें की बजाय अनुभव ज्यादा खुशी देता है। बड़ी यात्रा की बजाय किसी दाेस्त के साथ लंच से खुशी मिलती है।
Compiled: up18 News