आगरा: कैदी ने लगाये आरोप, सेंट्रल जेल के डाक्टर पैसे न देने पर बंदियों को बता रहे मनोरोगी

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और अपर जिला सत्र न्यायाधीश के पत्र पर डीजी जेल ने रिपोर्ट की तलब

कैदी ने लिखित शिकायत करते हुए डाक्टर पर लगाये उगाही के आरोप

न्यायाधीश ने माना यह गम्भीर मामला, शासन को भेजा था पत्र

आगरा: एक कैदी ने लिखित शिकायत करते हुए यहां सेंट्रल जेल में तैनात डॉक्टर पर अवैध वसूली के गम्भीर आरोप लगाये हैं। कैदी की शिकायत को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और अपर जिला सत्र न्यायाधीश ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने गंभीरता से लेते हुए शासन को पत्र लिखा। पत्र के आधार पर डीजी जेल आनंद कुमार ने सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक से इस बाबत रिपोर्ट मांगी है।

अपर जिला सत्र न्यायाधीश ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान कुछ बंदियों ने वहां तैनात डॉक्टर देवेंद्र सिंह पर आरोप लगाए। इस पर उन्होंने जांच की तो पता चला कि डॉक्टर 18 साल से सेंट्रल जेल में ही तैनात है। इससे उन्हें मामला संदिग्ध लगा। शासन की नीति के अनुसार, एक जिले में तीन साल और एक मंडल में आठ साल से अधिक तैनाती नहीं हो सकती। इसी दौरान आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी विक्रम ने लिखित शिकायत दी। शिकायत में कहा गया है कि यह डाक्टर हर बात में वसूली करते हैं। इलाज के नाम पर कई बंदियों से वसूली की जाती है। रुपये न देने पर वह बंदियों को मनोरोगी बता देते हैं। इस बात से हम लोग बहुत आहत हैं।

अपर जिला सत्र न्यायाधीश ज्ञानेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि जेल के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई बंदियों से बात की। बंदियों ने डॉक्टर के बारे में कई बातें बताई। कई ने बताया कि इलाज के नाम पर भी रुपये मांगे जाते हैं। |

सचिव ज्ञानेंद्र त्रिपाठी शासन को भेजे पत्र में लिखा कि डॉ. देवेंद्र सिंह नियम विरुद्ध तरीके सेम 18 साल से सेंट्रल जेल में कार्यरत हैं। बंदी के आरोपों में गंभीरता है, इनका तत्काल स्थानांतरण अन्यत्र किए जाने की जरूरत है। उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य और डीजी हेल्थ को भी इस बारे में पत्र लिखा है


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