भारतीय इतिहास में 4 मार्च का दिन है बेहद महत्वपूर्ण

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भारतीय इतिहास में 4 मार्च का दिन पहले एशियाई खेलों के आयोजन से जुड़ा है। 1951 में 4 से 11 मार्च के बीच नई दिल्ली में पहले एशियाई खेलों का आयोजन किया गया था। इन खेलों में 11 एशियाई देशों के कुल 489 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। खेलों का आयोजन 1950 में किया जाने वाला था लेकिन तैयारियों के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाने के कारण आयोजन का वर्ष 1951 कर दिया गया।

पहले एशियाई खेलों में आठ खेलों की कुल 57 स्पर्धाओं को शामिल किया गया। जापान के खिलाड़ियों ने ज्यादातर स्वर्ण पदकों पर कब्जा किया और 24 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 60 पदक हासिल किए। मेजबान देश भारत ने 15 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 51 पदक जीतकर पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया।

4 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य अहम घटनाएं

1788: कलकत्ता गजट का प्रकाशन शुरू। आज इसे गजट ऑफ गवर्नमेंट ऑफ वेस्ट बंगाल के नाम से जाना जाता है।
1858: ब्रिटिश अधिकारी जे पी वॉकर तकरीबन 200 कैदियों को लेकर कलकत्ता से अंडमान और निकोबार के लिए रवाना। इन लोगों में ज्यादातर 1857 के विद्रोह के आरोपी थे।
1879: लड़कियों को उच्च शिक्षा देने के लिए कलकत्ता में बेथुन कॉलेज की स्थापना। यह ब्रिटेन से बाहर पहला महिला कॉलेज था।
1933: फ्रेंकलिन डी रूजवेल्ट ने अमेरिका के 32वें राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभाला।
1951: नई दिल्ली में पहले एशियाई खेलों का आयोजन।
1961: भारत के पहले विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत ने सेना के लिए अपनी सेवाएं देना शुरू किया।
1975: मूक सिनेमा के बेहतरीन अभिनेता चार्ली चैपलिन को 85 वर्ष की आयु में नाइट की उपाधि प्रदान की गई। अपने अनूठे हावभाव और शारीरिक उछल कूद से कभी चेहरे पर मुस्कान तो कभी आंखों में पानी ला देने वाले ‘सर चार्ल्स’ को देर से ही सही, उनकी सशक्त अदाकारी का सम्मान मिला।
1980: जिम्बाब्वे के राष्ट्रवादी नेता रॉबर्ट मुगाबे के चुनाव में भारी जीत हासिल करने के बाद वह जिम्बाब्वे के प्रथम अश्वेत प्रधानमंत्री बने।
2009: राजस्थान के पोखरन से ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र के नए संस्करण का परीक्षण।

-एजेंसियां