यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बसेंगे 4 औद्योगिक शहर, आगरा के पर्यटन उद्योग को होगा फायदा

Regional

उत्तर प्रदेश: यमुना प्राधिकरण ने उद्योगों को प्राथमिकता पर ले लिया है। प्राधिकरण यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे चार औद्योगिक शहर बसाने जा रहा है जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इन्हीं औद्योगिक शहरों को बसाने के लिए प्राधिकरण अपनी 2041 महायोजना में कुल जमीन का 40 प्रतिशत उद्योगों के लिए आरक्षित करने जा रहा है। ताकि औद्योगिक प्राधिकरण की परिकल्पना को साकार किया जा सके। अगर इन औद्योगिक शहरों की परिकल्पना धरातल पर उतर आई तो इसका सीधा लाभ आगरा को भी मिलेगा।

चार औद्योगिक शहरों की परिकल्पना साकार होने से आगरा को किस तरह से लाभ मिलेगा। इसको लेकर आगरा होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा से वार्ता हुई। सरकार के इस प्रोजेक्ट की उन्होंने सराहना की और पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ बेरोजगारी भी दूर होगी।

चार औद्योगिक क्षेत्र बसेंगे

होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे यमुना प्राधिकरण का क्षेत्र गौतमबुद्ध नगर से आगरा तक आता है। अपने क्षेत्र में प्राधिकरण औद्योगिक शहर बसाने की तैयारी की है। गौतमबुद्ध नगर से आगरा तक चार औद्योगिक शहर बसाए जाएंगे। करीब 32 हजार हेक्टेयर जमीन पर ये चारों शहर बसाए जाएंगे। इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने सभी व्यस्थाओं को पूरा करने की कवायद शुरू कर दिया है जिसे महायोजना 2041 में इसे शामिल किया जा रहा है।

यहां बसेंगे शहर

पहला औद्योगिक शहर बसाने के लिए जेवर इलाके में जमीनों का आवंटन शुरू किया गया है। यहां 1400 हेक्टेयर जमीन पर इलेक्ट्रॉनिक सिटी, लॉजिस्टिक हब और एविएिशन हब से संबंधित उद्योगों के लिए आरक्षित की गई है। यूपी सरकार ने इसका मास्टर प्लान पास कर दिया है। इसके बाद प्राधिकरण ने एनसीआर प्लानिंग बोर्ड यह प्रस्ताव भेज दिया है। यमुना प्राधिकरण दूसरा औद्योगिक शहर अलीगढ़ के पास बनेगा। प्राधिकरण ने इसका नाम टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर दिया है। इसके लिए 11004 हेक्टेयर जमीन आरक्षित की गई है। प्रदेश सरकार ने इसके मास्टर प्लान पर मुहर लगा दी है।

अफसरों के मुताबिक, यहां 16.2 प्रतिशत क्षेत्र में उद्योग और 14.5 प्रतिशत जमीन मिश्रित भू उपयोग के लिए आरक्षित की गई है। मथुरा जिले में राया को केंद्र बनाया जाएगा। यहां पर प्राधिकरण तीसरा औद्योगिक शहर बसाएगा। इसके लिए 9366 हेक्टेयर जमीन तय की गई है। इसमें 20 प्रतिशत से अधिक जमीन उद्योगों के लिए होगी। जबकि 2.5 प्रतिशत जमीन का उपयोग मिश्रित रूप से हो सकेगा। यहां वृंदावन हेरीटेज सिटी भी बसाने की योजना है। प्राधिकरण के इस प्लान पर प्रदेश सरकार ने मुहर लगा दी है। प्राधिकरण यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे आगरा जिले में चौथी टाउनशिप बसाएगा। इसके मास्टर प्लान पर यमुना प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है। यहां 12 हजार हेक्टेयर जमीन पर औद्योगिक शहर बसाने की तैयारी है। मास्टर प्लान बनने के बाद इसे प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा।

आगरा होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा ने कहा कि औधोगिक क्षेत्र स्थापित होने से इसका लाभ आगरा को जरूर मिलेगा। क्योंकि बिज़नस के लिए आने वाला व्यापारी ताजमहल जरूर घूमना चाहेगा, इसलिए आगरा जरूर आएगा। इससे आगरा के टूरिज़म बढ़ेगा और पर्यटन उद्योग को लाभ मिलेगा। रमेश वाधवा ने कहा कि इससे नाईट टूरिज़म भी बढ़ेगा क्योंकि बिज़निस के लिए आने वाले लोग आगरा में नाईट स्टे जरूर करेंगे।