अमेरिका: प्राइमरी स्कूल में गोलीबारी, 19 बच्‍चों सहित 21 की मौत

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अमेरिका के टेक्सस में एक प्राइमरी स्कूल में गोलीबारी में 19 बच्चों और दो लोगों की मौत हुई है. यूवाल्डे शहर में रॉब एलिमेंट्री स्कूल में एक 18 वर्षीय संदिग्ध बंदूक़धारी सेल्वाडोर रामोस ने इस घटना को अंजाम दिया है. क़ानूनी एजेंसियों की कार्रवाई में उसकी मौत हो गई है. जांचकर्ताओं ने बताया है कि संदिग्ध ने सेमी-ऑटोमेटिक राइफ़ल और हैंडगन ले रखी थी.

ये गोलीबारी प्राइमरी स्कूल में हुई जहां पर पांच वर्ष से लेकर 11 वर्ष की आयु के बच्चे थे. मरने वालों में अधिकतर दूसरी, तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चे थे जिनकी उम्र 7 से 10 साल के बीच बताई जा रही है.

समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने बताया है कि मंगलवार की सुबह जब गोलीबारी शुरू हुई तो यूएस बॉर्डर पेट्रोल के कर्मचारी घटनास्थल के क़रीब ही मौजूद थे वो तुरंत स्कूल पहुंचे और उन्होंने बैरिकेड के पीछे मौजूद हमलावर को मार दिया.

स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि ऐसा अनुमान है कि वो इलाक़े के ही हाई स्कूल का छात्र था. उसने मिलिट्री ग्रेड की दो राइफ़लें ख़रीदी थीं और स्कूल आने से पहले अपनी दादी को गोलियां मारी थीं.

स्कूल के कैंपस में बैरियरों को तोड़ते हुए उसने कार घुसेड़ दी थी और बुलेटप्रूफ़ जैकेट पहनकर क्लासों में घुस गया था.

साल 2012 के बाद से इसे स्कूलों पर हुई सबसे भयानक गोलीबारी बताया गया है. 2012 में कनेक्टिकट के सैंडी हुक के प्राइमरी स्कूल पर हुए हमले में 20 बच्चों और छह स्टाफ़ की मौत हुई थी.

सीबीएस का कहना है कि संदिग्ध के पास हैंडगन, एआर-15 सेमी-ऑटोमैटिक राइफ़ल और काफ़ी संख्या में मैगज़ीन्स थीं.

स्कूल में पढ़ते थे 500 बच्चे

यूवाल्डे कंसोलिडेटेड इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट चीफ़ ऑफ़ पुलिस पीट आरोडोडों ने कहा कि स्थानीय समयानुसार दोपहर में 11:30 बजे गोलीबारी शुरू हुई. जांचकर्ताओं का मानना है कि हमलावर ने ‘इस जघन्य अपराध को अकेले ही अंजाम दिया है.’

यूवाल्डे कंसोलिडेटेड इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट सैन एंटोनियो शहर से तक़रीबन 135 किलोमीटर की दूरी पर है. बीबीसी को बताया गया है कि स्कूल से छात्रों को निकाल लिया गया है और इसमें तक़रीबन 500 बच्चे पढ़ते हैं.

स्थानीय अस्पतालों ने बताया है कि स्कूल के छात्रों का आपातकालीन सेवा इलाज कर रही है.
यूनिवर्सिटी हेल्थ हॉस्पिटल के अधिकारियों ने बताया है कि एक 66 वर्षीय महिला और एक 10 साल की बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है.

यूवाल्डे मेमोरियल हॉस्पिटल ने फ़ेसबुक पर बताया कि एंबुलेंस या बसों के ज़रिए 13 बच्चों को अस्पताल लाया गया था.

यूवाल्डे के मेयर डॉन मैकलॉफ़लिन ने एबीसी न्यूज़ से टैक्स्ट मैसेज में कहा, “यह बहुत बुरी स्थिति है.”
सीबीएस के अनुसार एफ़बीआई भी इस मामले में जांच कर रही है.

राष्ट्रपति बाइडन ने क्या कहा

व्हाइट हाउस में अपने भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस तरह की गोलीबारी पर बयान देते हुए वो ‘थक’ चुके हैं. उन्होंने बंदूक़ों पर नियंत्रण की भी बात कही.

उन्होंने आदेश दिए हैं कि यूवाल्डे पीड़ितों के सम्मान में व्हाइट हाउस और दूसरी अमेरिकी फ़ेडरल बिल्डिंगों पर झंडे को आधा झुकाया जाए.

बाइडन ने कहा, “इस तरह की मास शूटिंग दुनिया में कहीं और कम ही होती है. क्यों? दूसरे देशों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्या है, उनके घरेलू विवाद हैं. लेकिन बार-बार इस तरह से वहां गोलीबारी नहीं होती जैसे अमेरिका में होती है. हम इस तरह की मार-काट के बीच क्यों रहना चाहते हैं?”

उन्होंने कहा, “हम ये लगातार क्यों होने दे रहे हैं? अब समय आ गया है जब इस पीड़ा को हमें एक्शन में बदलना होगा. हर माता-पिता के लिए, इस देश के हर नागरिक के लिए. हमें इस देश के हर चुने हुए अधिकारी को ये स्पष्ट करना होगा, कि अब कदम उठाने का समय आ गया है.”

बाइडन ने कहा, “अब उन लोगों का भी समय आ गया है जो हथियार के लिए नए कानून की राह में अड़चन डाल रहे हैं. हमें आपको बताने की ज़रूरत है कि हम ये नहीं भूलेंगे. हम बहुत कुछ कर सकते हैं और हमें करना होगा.”

बराक ओबामा ने कहा, लकवाग्रस्त हो चुका है मेरा देश

टेक्सस में हुई भीषण गोलीबारी के बाद पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि उनका देश लकवाग्रस्त हो चुका है.

ओबामा ने कहा, “पूरे देश में माँ-बाप अपने बच्चों को बिस्तर पर सुलाते हैं, कहानी और लोरियां सुनाते हैं. लेकिन उनके दिमाग में कहीं ये चिंता रहती है कि अगर कल को वो अपने बच्चे को स्कूल में, किसी दुकान या किसी भी सार्वजनिक जगह पर छोड़कर जाते हैं, तो उसके साथ क्या हो जाएगा.”

ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा ने गोलीबारी में मारे गए बच्चों के परिवारों के प्रति संवेदना ज़ाहिर करते हुए कहा, “हम भी उनके लिए आक्रोशित हैं.”

ओबामा ने कहा, “सैंडी हुक में हमले के 10 साल बाद और बफ़ेलो सुपरमार्केट में गोलीबारी के 10 दिन बाद- हमारा देश लकवाग्रस्त हो गया है. ये डर के कारण नहीं है, बल्कि बंदूक के पैरोकारों और एक राजनीतिक पार्टी की वजह से है जो इस तरह की त्रासदी से बचने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की इच्छुक ही नहीं है.”

बराक ओबामा ने कहा, “लंबे समय से हमें कदम उठाने की ज़रूरत है.”
साल 2015 में राष्ट्रपति पद छोड़ते समय, ओबामा ने कहा था कि बंदूक रखने के नियमों में सुधार करने में उनके प्रशासन की विफलता ही राष्ट्रपति रहते हुए उनकी सबसे बड़ी परेशानी थी.

-एजेंसियां


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