नई दिल्ली। इस साल के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2021 ) को ‘पहले कभी से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण’ बताते हुए, ईशा फाउण्डेशन के संस्थापक सद्गुरु ने इस बात पर जोर दिया कि जीवन की कठोरता से कम से कम घर्षण के साथ गुजरने के लिए शारीरिक और मानसिक लचीलेपन का निर्माण महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि योग ‘वह संभावना है जो भारत बाकी दुनिया को प्रदान करता है।‘
ईशा द्वारा जारी किए गए एक वीडियो संदेश में सद्गुरु ने कहा, ‘आपके अंदर एक जीवंत और लचीला शरीर, एक प्रसन्न और केंद्रित मन, और न थकने वाली ऊर्जा का निर्माण सबसे जरूरी है ताकि आप इन बाहरी हमलों से लड़ सकें, जिनके बार-बार आने की वैज्ञानिक भविष्यवाणी कर रहे हैं।’
ईशा ने ‘तीन योग अभ्यासों के साथ’ एक ऑनलाइन वीडियो जारी किया है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकता है, फेफड़ों की क्षमता बढ़ा सकता है और शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ा सकता है। इस वीडियो में साष्टांग, मकरासन, और सिम्ह क्रिया के अभ्यास को निर्देशों के साथ दिखाया गया है और यह निःशुल्क उपलब्ध है।
सद्गुरु ने ‘इस धरती पर हर इंसान से इसे इस्तेमाल करने’ पर जोर दिया ताकि वे स्वास्थ्य-सेवाओं और डॉक्टरों पर निर्भर होने के बजाय, अपने स्वास्थ्य और खुशहाली का खुद ख्याल रख सकें। उन्होंने कहा, ‘स्वास्थ्य ऐसी चीज नहीं है जो हमारे पास कभी डॉक्टरों या मेडिकल पेशवर से आएगी। यह ऐसी चीज है जिसे हमारे भीतर से आना होगा।’
पिछले साल, ईशा ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 500 योग सत्र – जो लगभग सभी ऑनलाइन थे – आयोजित किए थे, और इनमें 1,30,000 लोगों ने भाग लिया था। तमिलनाडु के जेलों में कई निःशुल्क योग सत्र आयोजित किए गए थे, जिनसे 15,600 कैदियों, वार्डनों, और दूसरे जेल कर्मचारियों को लाभ मिला था।
पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, दुनिया के लिए योग दिवस स्थापित करने के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र की मंजूरी मिलने पर, 2015 में मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र के 175 सदस्य देशों ने प्रस्ताव का समर्थन किया, जो एक कीर्तिमान है। तब से, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है।
ईशा के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस यहां मनाएं।