मथुरा। श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी के परम पुण्य दिवस पर भागवत-भवन में विराजमान श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार ‘हरिः चन्द्रिका’ पोशाक को धारण कर भक्तों को दर्शन देंगे। इस दिव्य पोशाक का निर्माण सिल्क, जरी, रेशम आदि सामिग्रियों के संयोजन से किया गया है।
Shri Krishna Janmashtami: Shri Krishna janmasthan Mathura
इस संबंध में जानकारी देते हुऐ श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि पोशाक में लता-पता, वृक्षपत्र मनोरम-बेल आदि आकृतियां बहुत ही कलात्मक रूप से उकेरी गयीं हैं। ब्रज के मंदिरों की प्राचीन कला एवं भावना के अनुरूप इस पोशाक का निर्माण कराया गया है। ऐसी दिव्य लता-पता की आकृतियों के मध्य मयूर आकृतियों के दर्शन भी मनोहारी होंगे। इसकी विशिष्टता यह भी है कि दूर से दर्शन करने वाले भक्तजन भी इन पवित्र आकृतियों के दर्शन कर सकेंगे, साथ ही प्रसारण के विभिन्न माध्यम से दर्शन करने वाले भक्तजनों को भगवान की ऐसी अद्भुद एवं विशिष्ट पोशाक के दर्शन स्पष्टतः हो सकें।
श्रीकृष्ण-जन्म महोत्सव का मुख्य आयोजन श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार के दिव्य विग्रह के सानिध्य में भागवत-भवन में मनाया जायेगा। इस अवसर पर भागवत-भवन के बाहरी एवं आन्तरिक भाग की बहुत ही सुन्दर सज्जा की जा रही है। इस वर्ष भगवान के मुख्य जन्म महोत्सव स्थल पर ‘वेणु-मंजिरिका’ पुष्प -बंगले का निर्माण कराया गया है। ‘हरिः चन्द्रिका’ पोशाक को धारण कर ‘वेणु-मंजिरिका’ पुश्प बंगले में विराजमान भगवान श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार के दर्शन निश्चित ही अलौकिक एवं मनोहारी होंगे।
भगवान श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार का श्रंगार भी अत्यन्त आकर्षक और विशिष्ट होगा। अनन्त लीला पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण, जन्माष्टमी महोत्सव के दिन ‘ब्रजरत्न’ मुकुट धारण करेंगे। श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार नवरत्न जड़ित स्वर्णकण्ठा सहित करधनी, हार, हसली, कण्ठेश्वरी, कुण्डल, तिलक, वहीं श्रीराधाजी ऐसे दिव्य आभूशणों के साथ-साथ बिन्दी, नथ, चूड़ी, पायल आदि दिव्य आभूषण भी धारण करेंगी।
संस्थान प्रबंध समिति के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि जन्माष्टमी की पूर्व संध्या 29 अगस्त रविवार की सांय 6 बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर विराजमान भगवान श्रीकेशवदेव मंदिर से सन्त एवं भक्तजन ढोल, नगाड़े, झांझ-मजीरों की मंगल ध्वनि के मध्य भगवान श्रीराधाकृष्ण की दिव्य पोशाक अर्पित करने के लिए नृत्य-संकीर्तन करते हुऐ जायेंगे।
इस दिव्य अवसर पर श्रीठाकुरजी की पोशाक, मुकुट, श्रंगार के दर्शन भक्तजन को कराये जायेंगे। इन्हीं दिव्य वस्त्रों एवं दिव्याभूषणों को धारण कर श्रीराधाकृष्ण युगल सरकार जन्माष्टमी के दिन मंगला दर्शन देंगे। वस्त्र, आभूषण अर्पण का यह दिव्य आयोजन श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी महोत्सव का अत्यन्त महत्वपूर्ण अंग है। इसी अवसर पर मोर्छलासन, स्वर्ण मण्डित रजत कामधेनु स्वरूपा गौ प्रतिमा एवं ‘ब्रजरत्न’ मुकुट के एवं दिव्य रजत कमल-पुष्प के अक्षुण्य पुण्यप्रद दर्शन भी प्राप्त करेंगे।
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