पेट संबंधी परेशानियों से निजात पाने में नीम बहुत सहायक होती है। पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए नीम के पत्तों के रस में शहद और काली मिर्च मिलाकर सेवन करें। नीम की पत्तियों को सुखाकर शक्कर मिलाकर खाने से दस्त में आराम मिलता है।
आयुर्वेद में नीम के तेल को बहुत गुणकारी माना जाता है। शरीर के कई रोगों और दिक्कतों में इसके इस्तेमाल से आराम मिलता है। यह तेल नीम के फल से निकले बीज से बनता है।
नीम में ऐंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए यह कई तरह से फायदेमंद होता है। एक्जिमा से त्वचा पर सूजन और खुजली होने पर नीम का तेल राहत दिलाता है। यह कील-मुंहासों और त्वचा के दाग को भी दूर करता है।
जलने की वजह से शरीर में जख्म बन जाने पर नीम का तेल लगाने से ये जल्दी ठीक हो जाते हैं।
बालों का सूखापन दूरकर उन्हें चमकदार बनाना चाहते हैं तो नीम के तेल का प्रयोग करें। इसके नियमित इस्तेमाल से सिर की खुश्की दूर हो जाती है। साथ ही, बाल दो मुंहे नहीं होते।
अस्थमा के मरीजों को नीम के तेल से भाप लेनी चाहिए। इससे काफी आराम मिलता है।
– डॉ. चंद्र मोहन, आयुर्वेदाचार्य