जल संकट: एक भारतीय औसतन हर दिन कितना पानी बर्बाद करता है ?

Cover Story

क्या आप भी ब्रश या शेविंग करते वक्त बेसिन का नल खुला रखते हैं? क्या आप नहाने के लिए बाल्टी की जगह शावर का इस्तेमाल करते हैं?

अगर हां तो अपनी ये आदतें आज ही बदल दें क्योंकि अगर आप चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ी को भी पानी मिल सके तो पानी की बचत बेहद जरूरी है।

पूरी दुनिया आज पानी के संकट के जूझ रही है। हम भारतीय भी इससे अछूते नहीं हैं। हमारे देश में बड़ी संख्या में लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ रहा है। कहीं दिनभर में सिर्फ 2 घंटे पानी आता है तो कहीं 2 दिन में 1 बार। इन सबके बावजूद कुछ लोग ऐसे भी हैं जो जाने-अनजाने बड़ी मात्रा में हर दिन पानी की बर्बादी करते हैं। हैंडवॉश करने, नहाने और बर्तन साफ करते वक्त नल खुला छोड़ देने की आदत के कारण हर भारतीय औसतन हर दिन कितना पानी बर्बाद करता है, यहां जानें…

ब्रश करते वक्त

25 लीटर पानी उस समय बर्बाद हो जाता है जब हम नल खुला छोड़कर ब्रश करते हैं। आमतौर पर एक नल से प्रति मिनट 5 लीटर पानी निकलता है और नल खुला छोड़कर 5 मिनट तक ब्रश करते हैं तो 25 लीटर पानी बर्बाद होता है।

हैंडवॉश करते वक्त

15-25 लीटर पानी हाथ धोते समय नल खुला छोड़ देने से बह जाता है। आमतौर पर एक भारतीय रोज 3 से 5 बार हाथ धोता है और हाथ धोने में कम से कम 1 मिनट का वक्त लगाता है।

आरओ का इस्तेमाल

3.6 लीटर पानी एक दिन में तब बेकार चला जाता है जब पीने के साफ पानी के लिए आरओ का इस्तेमाल होता है। आरओ के 1 लीटर साफ पानी के लिए 3 से 4 लीटर पानी की बर्बादी होती है।

टॉयलेट यूज करने के दौरान

60-70 लीटर पानी रोजाना शौचालय में एक व्यक्ति द्वारा फ्लश करने से बह जाता है। एक फ्लश से 10 लीटर पानी की बर्बादी होती है। औसतन एक व्यक्ति दिन में 6 से 7 बार वॉशरूम जाता है।

शावर से नहाने के दौरान

150 लीटर पानी 15 मिनट तक शावर लेकर नहाने में बर्बाद हो जाता है। शावर में प्रति मिनट 10 लीटर पानी निकलता है।

शेविंग के दौरान

50 लीटर पानी शेविंग के दौरान नल खुला छोड़ देने से बह जाता है।

टंकी से बहता पानी

120 लीटर पानी की बर्बादी उस वक्त हो जाती है जब टंकी भरने के बाद भी रोज 15 मिनट तक मोटर चलती रहती है। एक मिनट में टंकी में 8 लीटर पानी जाता है। 15 मिनट टंकी से पानी बहने का मतलब है 120 लीटर की बर्बादी।

पानी बांटने के दौरान

20-25 प्रतिशत पानी शहरों में ट्रांसमिशन और बांटने के दौरान बर्बाद हो जाता है। यह पानी पाइपलाइन के जरिए घरों, दफ्तरों और रेस्तरां तक पहुंचता है। पानी की बर्बादी उसके फ्लो और पाइप की मोटाई पर निर्भर करती है। पाइप जितना मोटा होगा, लीकेज से बर्बादी का खतरा भी उतना ही ज्यादा होगा।

इन सबके बावजूद हम आपको बता रहे हैं कुछ टिप्स जिसके जरिए आप घर पर ही बड़ी आसानी से कर पाएंगे पानी की बचत…

चेक करें टॉयलेट में लीकेज तो नहीं

रेग्युलर इंटरवल पर टॉयलेट में किसी भी तरह की लीकेज को चेक करते रहें वरना आपको बिना पता चले भी सैंकड़ों लीटर पानी वेस्ट होता रहेगा लिहाजा लीकेज हो तो तुरंत इसे ठीक करवाएं।

पानी का फ्लो रिस्ट्रिक्ट करें

लोकल मार्केट में बड़ी आसानी से आपको पानी बचाने वाले शावर हेड्स या पानी के फ्लो को रिस्ट्रिक्ट करने वाले उपकरण मिल जाएंगे। उन्हें अपने शावर या वॉशबेसिन के नल में इंस्टॉल करवाएं जिससे पानी का फ्लो कम हो जाएगा। ऐसा करके भी आप हर मिनट सैंकड़ों लीटर पानी बचा सकते हैं।

नल बंद करके ब्रशिंग-शेविंग करें

ब्रश करते वक्त और शेविंग करते वक्त नल को खुला रखने की आदत को आज ही बदल दें। एक मग में पानी भरकर रखें और ब्रश करने के बाद उसी से कुल्ला करें और मुंह धोएं। शेविंग के दौरान भी यही ट्रिक अपनाएं।

जब ध्यादा कपड़े हों तभी यूज करें वॉशिंग मशीन

वॉशिंग मशीन में कपड़े धोने के दौरान भी काफी पानी वेस्ट होता है लिहाजा 1-2 कपड़ों के लिए मशीन न चलाएं। जब इतने कपड़े हो जाएं कि मशीन टब फुल हो जाए तभी वॉशिंग मशीन यूज करें

जल है तो जीवन है पानी बचाने की मुहीम शुरू करिये जब ही हम अपनी आने वाली पीढ़ी को जीवन दे पाएंगे अपने जन्मदिन पर पेड़ लगाए, पानी बचाने के लिए संकल्प ले

-माया